IAS Garmia Agarwal Success Story: हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC की परीक्षा देते हैं, लेकिन उनमें सिर्फ कुछ ही उम्मीदवार प्री स्तर की परीक्षा को क्लियर कर पाते हैं। प्री निकालने के बाद दूसरा पड़ाव मेंस क्लियर करने का आता और उसके बाद इंटरव्यू की लिस्ट।
बेहद मुश्किलों के बाद ही एक कैंडिडेट यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा को पास कर पाता है। इसी कड़ी में आज हम मध्यप्रदेश के खरगोन की रहने वालीं गरिमा अग्रवाल की कहानी आपको बताते हैं, जिन्होंने एक नहीं बल्कि बैक टू बैक दो-दो बार दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा को क्लियर किया है।
बिजनेस परिवार से आती हैं गरिमा
खरगोन की रहने वाली गरिमा अग्रवाल (IAS Garmia Agarwal) का परिवार बिजनेस से जुड़ा है, लेकिन गरिमा को बिजनेस में कोई दिलचस्पी नहीं थी। गरिमा को शुरुआत से ही पढ़ाने का काफी शौक था और वह अपने दम पर एक अलग पहचान बनाना चाहतीं थीं। गरिमा ने अपनी स्कूली शिक्षा खरगोन के विद्या मंदिर से पूरी की थी।
Works under "Mana Oru- mana Badi" which translates to "my village my school" – where local bodies, SMCs and education department together taking responsibility of development and maintenance of our government schools! https://t.co/iBlQ2QSGlC
— Garima Agrawal (@Garimakagrawal) February 1, 2023
उसके बाद गरिमा (IAS Garmia Agarwal) ने जेईई की परीक्षा पास की, जिसके बाद उन्हें आईआईटी हैदराबाद में एडमिशन मिल गया। आईआईटी पूरी करने के बाद गरिमा इंटर्नशिप के लिए जर्मनी चली गईं थीं। मगर इंजीनियर में शानदार करियर छोड़ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
पहले प्रयास में बनीं आईपीएस
गरिमा जर्मनी से इंटर्नशिप पूरी करके वापस भारत लौटीं और यूपीएससी (UPSC) के जरिए आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया। गरिमा ने करीब 1.5 साल तक जी-तोड़ मेहनत की और 2017 की यूपीएससी मेरिट लिस्ट में उनका नाम आ गया। गरिमा ने परीक्षा में 370वीं रैंक हासिल की।
इस आधार पर उन्हें आईपीएस कैडर मिला था। गरिमा के आईपीएस बनने से उनका पूरा परिवार काफी खुश था, लेकिन गरिमा का सपना अभी भी दूर था। एक बार फिर गरिमा ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की और अपना आईएएस बनने का सपना पूरा करने में जुट गईं।
आईपीएस की ट्रेनिंग के साथ की यूपीएससी की तैयारी
गरिमा अग्रवाल (IAS Garmia Agarwal) ने एक बार फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की और इस बार उन्होंने उन कमजोरी पर ज्यादा फोकस किया, जिसकी वजह से वह आईएएस की रैंक हासिल नहीं कर पाई थी। वहीं, एक तरफ वह आईपीएस की ट्रेनिंग कर रही थी तो दूसरी तरफ वह आईएएस बनने के लिए यूपीएससी की तैयारी कर रही थी।
गरिमा की ट्रेनिंग हैदराबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल पुलिस अकादमी में चल रही थीं और उसके साथ ही वह पढ़ाई भी करती थीं। 2018 में गरिमा ने एक बार फिर परीक्षा दी और इस बार वह आईएएस बन गईं थीं।
2018 में आई 40वीं रैंक
गरिमा अग्रवाल ने 2018 में दिए दूसरे प्रयास में 40वीं रैंक हासिल की थीं। जिसकी वजह से उन्हें इस बार आईएएस का कैडर मिला। वहीं, वर्तमान में आईएएस गरिमा अग्रवाल को तेलंगाना में असिस्टेंट ड्रिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (ADM) के पद पर नियुक्त हैं। गरिमा (UPSC Tips) की मेहनत आखिर रंग लाईं और जो उनका सपना था उनको पूरा कर लिया।
वहीं, आईएएस गरिमा अग्रवाल ने सिविल सर्विस (UPSC Tips) की तैयारी करने वाले छात्रों को टिप्स देते हुए कहा कि प्री परीक्षा, मेंस और इंटरव्यू की तैयारी व्यक्तिगत की बजाय सामूहिक रूप (UPSC Tips) से करनी चाहिए।
ये भी पढ़ें- MP Weather Update: MP में 9 मई तक हीट वेव के साथ इन जिलों में बूंदाबांदी का अलर्ट
ये भी पढ़ें- उज्जैन लोकसभा सीट पर होम वोटिंग शुरू: 1483 वृद्ध और दिव्यांग मतदाता 6 और 7 मई को घर बैठे करेंगे मतदान