इंदौर। MP Indore News एमपी के इंदौर शहर से साइलेंट अटैक की खबरें आ रही हैं। अब एक ड्राइवर को बस चलाते समय अचानक से साइलेंट अटैक आया।
ड्राइवर ने समझदारी दिखाकर बच्चों से भरी स्कूल बस को रोड की साइड पर रोका और चालक ने दम तोड़ दिया।
बता दें ड्राइवर की समझदारी से बड़ा हादसा टल गया और बच्चों की जान बच गई।
संबंधित खबर:Indore News: इंदौर में MPPSC की तैयारी कर रहे छात्र को कोचिंग में आया साइलेंट अटैक, CCTV में कैद हुई घटना
बता दें (MP Indore News) इंदौर शहर से ही अब तक पांच लोगों की साइलेंट अटैक से मौत की खबर आ चुकी है।
बताया जा रहा है कि (MP Indore News) इंदौर शहर में ड्राइवर स्कूल बस चलाता है। वह स्कूल के बच्चों को बस में बैठाकर ले जा रहा था। तभी रास्ते में उसे बस चलाते समय अचानक सीने में दर्द हुआ।
उसने समझदारी दिखाते हुए बस को रोड की साइड में लगाकर रोक दिया। इसके बाद ड्राइवर सीट पर ही सीने में हाथ रखे बैठा रहा और थोड़ी देर बाद बस ड्राइवर द्वारिका प्रसाद की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक कसेरा बाजार स्कूल की बस चलाता था।
छत्रीपुरा पुलिस चालक के शव का पोस्टमार्टम करवा रही है। बताया जा रहा है कि उसे साइलेंट अटैक आया था।
Indore News: एक दिन में साइलेंट अटैक से मौत का दूसरा मामला, बस चलाते समय सीने में उठा था दर्द #Indore #MadhyaPradesh #mpnews #indorenews pic.twitter.com/C92IpSjHP3
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) January 18, 2024
आज साइलेंट अटैक से दूसरी मौत
बता दें कि (MP Indore News) इंदौर शहर में साइलेंट हार्ट अटैक की घटनाएं बढ़ रही हैं। अब तक शहर में पांच लोगों की मौत साइलेंट अटैक से हो चुकी है।
बता दें कि साइलेंट अटैक से (MP Indore News) इंदौर शहर में मौत की आज यह दूसरी घटना हैं। आज ही एमपीपीएसपी परीक्षा की कोचिंग रूम में बैठे एक छात्र को भी साइलेंट अटैक आया था। बताया गया कि उसकी मौत भी साइलेंट अटैक से हुई थी।
जनें साइलेंट अटैक के बारे में…
बता दें कि साइलेंट हार्ट अटैक होने पर सीने में दर्द महसूस नहीं होता है। हालांकि इसके दूसरे लक्षण महसूत होते हैं। विशेषज्ञ डाॅक्टरों की माने तो साइलेंट हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इन्फ्रेक्शन कहा जाता है।
विशेषज्ञ डाॅक्टरों के अनुसार कई बार ब्रेन तक दर्द का अहसास पहुंचाने वाली नसों या स्पाइनल कॉर्ड में प्रॉब्लम हो जाती है या फिर साइकोलॉजिकल कारणों के चलते व्यक्ति दर्द की पहचान नहीं कर पाता है।
इसलिए साइलेंट अटैक की पहचान इससे ग्रसित व्यक्ति नहीं कर पाता है और उसकी मौत हो जाती है। इसके अलावा ज्यादा उम्र वाले या डायबिटीज के पेशेंट्स में ऑटोनॉमिक न्यूरोपैथी के कारण भी दर्द का अहसास नहीं होता है।
ये भी पढ़ेंः