हाइलाइट्स
- बारिश और बाढ़ ने एमपी में मचाया हाहाकार।
- IMD ने जारी किया कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट।
- उफान पर नदी-नाले, बाढ़ जैसे हालात।
MP Heavy Rain: मध्य प्रदेश में बने मजबूत सिस्टम ने पूरे प्रदेश को बारिश ने तरबतर कर दिया है। कई इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। इससे अब हालात गंभीर हो गए हैं। लगातार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई जिलों में सड़कें टूट गई हैं, नर्मदा समेत कई नदियां उफान पर हैं और कई ग्रामीण क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। जबलपुर समेत कई जिलों में स्कूल‑आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में 13 जिलों में भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ प्रशासन भी अलर्ट मोड में आ गए है।
कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बहुत भारी बारिश देखने को मिल रही है, आने वाले 24 घंटों में 13 जिलों में भारी बाढ़ की भी संभावना जताई है, मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और इलाकों में मध्यम स्तर का फ्लैश फ्लड यानी अचानक बाढ़ का खतरा जताया जा रहा है। इसमें अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, सिवनी, शहडोल और उमरिया शामिल है।
13 जिलों में आ सकती है बाढ़!
मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार राज्य में एक साथ तीन मौसम सिस्टम सक्रिय हैं, जिनकी वजह से आने वाले दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 10 जुलाई को 10 जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कुछ जिलों में रात के समय अचानक बाढ़ आने की संभावना है।
बालाघाट में बारिश से आवागमन ठप
बालाघाट जिले में लगातार हो रही बारिश ने कई गांवों को मुख्य मार्गों से काट दिया है। सड़क संपर्क पूरी तरह टूटने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है।
डिंडौरी में सड़क धंसी, भारी वाहन को रोका
डिंडौरी जिले के मेहदवानी जनपद क्षेत्र में बनी धमनी-कुसेरा सड़क, जो सिर्फ तीन साल पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई थी, बारिश के चलते धंस गई है। अब इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है।
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सीहोर में नदी उफनी, पुल पर बहा पानी
भारी बारिश के बाद सीहोर जिले की पार्वती और पपनाश नदियों का जलस्तर काफी बढ़ चुका है। पार्वती नदी पर एक पुल के ऊपर से पानी बह रहा था, लेकिन एक कार चालक चेतावनी के बावजूद आगे बढ़ा और बीच में फंस गया। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए उसे सुरक्षित बाहर निकाला।
मंडला में उफान पर नर्मदा नदी
मंडला जिले में नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
माहिष्मती घाट का छोटा पुल पानी में डूब गया है। इसके अलावा मटियारी, सुरपन और बंजर सहित कई छोटी नदियां भी उफान पर हैं।
स्कूल-आंगनवाड़ी बंद, बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता
लगातार भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, अनूपपुर और उमरिया में स्कूल और आंगनबाड़ी को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
एमपी में अबतक 10.8 इंच बारिश
मध्यप्रदेश में अब तक औसतन 10.8 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो कुल सीजन का लगभग 30% हिस्सा है। श्योपुर और निवाड़ी जैसे जिलों में सबसे ज्यादा 60% बारिश हो चुकी है, वहीं मंडला, टीकमगढ़ और अलीराजपुर में भी सीजन की आधी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि मालवा-निमाड़ का क्षेत्र अब भी पिछड़ रहा है, शाजापुर में सबसे कम मात्र 4 इंच बारिश हुई है। पूर्वी मध्यप्रदेश के जिले जैसे जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।