हाइलाइट्स
- जबलपुर समेत 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी।
- प्रदेश में अब तक सामान्य से 7.3 इंच ज्यादा बारिश।
- इंदौर और उज्जैन संभाग में अब भी बारिश की कमी।
MP Heavy Rain Alert: मध्यप्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है और कई दिनों की उमस के बाद आसमान से राहत की बारिश बरसने लगी है। मंगलवार को राजधानी भोपाल, इंदौर समेत कई ज्यादा जिलों में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग ने जबलपुर समेत 15 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अब तक प्रदेश में औसत से 7.3 इंच अधिक बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 53% ज्यादा है। इंदौर और उज्जैन संभाग अभी भी पीछे हैं।
मध्यप्रदेश में मानसून फिर एक्टिव
प्रदेश में एक बार फिर मानसूनी गतिविधियां तेज हो गई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इस समय मध्यप्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। प्रदेश के ऊपर एक मजबूत मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही है, साथ ही दो प्रभावशाली साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले चार दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने बुधवार को जबलपुर, श्योपुर, मुरैना, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सागर, दमोह, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी और अनूपपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश के आसार है।
भोपाल का बदला-बदला मौसम
मंगलवार को भोपाल में मौसम ने दो अलग-अलग रूप दिखाए। दिनभर तेज धूप के चलते गर्मी ने लोगों को बेहाल किया, लेकिन जैसे ही शाम के करीब चार बजे बादलों ने दस्तक दी, मौसम ने अचानक करवट ले ली। कुछ ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई, जिसने राजधानी को पूरी तरह भिगो डाला। यह बारिश देर रात तक रुक-रुक कर जारी रही, जिससे शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई।
भोपाल के अलावा नर्मदापुरम, सागर, टीकमगढ़, इंदौर, छिंदवाड़ा, दमोह, उज्जैन, हरदा और शाजापुर में भी मंगलवार को अलग-अलग समय पर बारिश देखने को मिली। रात होते-होते इन जिलों में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया।
औसत से 7.3 इंच ज्यादा बरसी बारिश
मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून ने अब तक उम्मीद से ज्यादा पानी बरसाया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक औसतन 21 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि इस समय तक सामान्य तौर पर 13.7 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इस लिहाज से प्रदेश में 7.3 इंच अधिक बारिश हुई है, जो औसत से 53% ज्यादा है, यह संकेत है कि इस बार मानसून प्रदेश पर खासा मेहरबान है।
राज्य के निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर ऐसे जिले हैं, जहां बरसात का वार्षिक कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। इन जिलों में सामान्य से 15% अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। वहीं ग्वालियर, दतिया, भिंड, शिवपुरी और अशोकनगर जैसे पांच अन्य जिले भी अच्छी बारिश की श्रेणी में आ चुके हैं, जहां 80% से 95% तक वर्षा हो चुकी है।
इंदौर और उज्जैन संभाग में अब भी कम बारिश
कुछ संभाग अब भी पीछे हैं। इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश की स्थिति संतोषजनक नहीं है। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा जैसे जिलों में अब तक 10 इंच से भी कम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से काफी कम है। यहां किसानों और आमजन को अभी और बारिश का इंतजार है।
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