हाइलाइट्स
- ग्वालियर में कॉस्मो आनंदा टाउनशिप से बच्चे का हुआ था अपहरण
- टाउनशिप से 18 मार्च को दोपहर 12 बजे से था गायब
- 12 साल की बच्ची ने देवराज की हत्या करना कबूला
Gwalior Child Kidnapped: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 60 घंटे पहले हुए अपहरण 4 साल के बच्चे देवराज की मौत की खबर सामने आई है। मासूम का शव सड़क किनारे एक गड्ढे में पड़ा मिला है। इस खबर के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पूरे ग्वालियर अंचल में बढ़ते क्राइम को लेकर लोग चिंतित है। इस मामले में पुलिस की नाकामी सामने आई है। वहीं एक महीने पहले मुरार से एक व्यापारी के 6 साल के बेटे का अपहरण हो गया था। गनीमत रही, वह 14 घंटे बाद मिल गया था।
यहां बता दें, 4 साल का देवराज वंशकार सिरोल कॉस्मो आनंदा टाउनशिप से 18 मार्च को दोपहर 12 बजे से गायब हुआ था। उसके माता-पिता इसी टाउनशिप में मजदूरी करने ललितपुर (उत्तरप्रदेश) से आए हुए हैं। उन्होंने एक 12 साल की बालिका और उसके परिजन पर अपहरण की आशंका जताई थी। अब शुरुआती जांच में लड़की ने हत्या करना कबूल कर लिया है। हत्या क्यों की गई …इसकी जांच की जा रही है।
बच्चे के पिता ने बालिका और उसके परिजन पर अपहरण की आशंका जताई थी
बच्चे के पिता का कहना है कि मंगलवार को देवराज को एक 12-13 साल की लड़की के साथ देखा गया था। उसके बाद वो घर नहीं लौटा है। अपहरण में परिजन ने लड़की और उसके परिवार का हाथ होने की आशंका जताई थी। अब उसी लड़की ने हत्या करना कबूल किया है। पूरे मामले में सिरोल थाना पुलिस जांच कर रही है। हालांकि, इससे पहले पुलिस ने बच्चे को जल्द ढूंढने का दावा किया था।एएसपी कृष्णलाल चंदानी ने कहा था कि जल्द ही बच्चे को ढूंढ निकाला जाएगा। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
पुलिस की 10 टीमें जांच में जुटीं थीं
बच्चे की तलाश के लिए पुलिस की 8 से 10 टीम आसपास सर्चिंग कर रही थीं जबकि कुछ टीमें हाइवे से लेकर शहर के रास्तों पर सर्च कर रही थीं
डॉग स्क्वॉड भी लगाया गया था तलाश में
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की कई टीमें बच्चे की तलाश में लगाई गई थीं। बच्चे की तलाश के लिए डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया था, लेकिन बच्चे का ऐसा कोई कपड़ा या सामान नहीं मिला है, जिसे बच्चे ने पहना या फिर छुआ है। डॉग आस-पास ही घूमकर रास्ता भटक गया था।
एक महीने पहले मुरार से हुआ था बच्चे का अपहरण
शहर में एक महीने पहले मुरार थाना क्षेत्र की सीपी कॉलोनी में जैन मंदिर के सामने से एक शक्कर कारोबारी का बेटा शिवाय का अपहरण हो गया था। जो मुख्यमंत्री मोहन यादव और पुलिस के दबाव के बाद 14 घंटे में मिल गया था।