- अशोकनगर में गजराज लोधी और परिवार 14 दिनों से लापता।
- पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री यादव को लिखा पत्र।
- परिवार ने कराई थी जीतू पटवारी के खिलाफ एफआईआर।
कई दिनों से गायब है गजराज लोधी और परिवार
दरअसल, अशोकनगर जिले के मुंगावली क्षेत्र के मूडरा गांव निवासी गजराज लोधी, और पूरा परिवार रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया है। यह वही परिवार है, जिसने कुछ समय पहले पटवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। अब इस गंभीर मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) चीफ जीतू पटवारी ने चिंता जाहिर की है। जीतू पटवारी और कांग्रेस ने इस मामले की जांच की मांग की है। कांग्रेस ने गजराज के अपहरण होने या फिर उसकी हत्या कर दिए जाने की आशंका जताई है।
जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
जीतू पटवारी ने इस मामले को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करते हुए कहा कि, “मेरे खिलाफ FIR दर्ज कराने के बाद से यह परिवार गायब है।” PCC चीफ ने गृहमंत्री और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखते हुए अपील की है कि गजराज लोधी और उनके परिवार को जल्द से जल्द ढूंढने के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार की रहस्यमय गुमशुदगी कई सवाल खड़े करती है और इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने अपने पत्र में लिखा है कि मूडरा गांव के निवासी गजराज लोधी, उनके भाई रघुराज लोधी और उनका पूरा परिवार अब तक रहस्यमय तरीके से लापता है। पटवारी ने बताया कि गजराज लोधी के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। उनके साथ मारपीट की गई और बाइक भी छीन ली गई। इस घटना के वीडियो सबूत अब सामने आ चुके हैं, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
FIR के बाद गायब हुआ पूरा परिवार
जीतू पटवारी ने अपने पत्र में लिखा है कि मूडरा गांव निवासी गजराज लोधी ने लगातार 15 दिनों तक प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने आखिरकार एफआईआर भी दर्ज करवाई, लेकिन इसके बाद भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एफआईआर दर्ज होते ही गजराज लोधी, उनके भाई रघुराज लोधी और पूरा परिवार रहस्यमय तरीके से लापता हो गया। जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीड़ितों से मिलने गांव पहुंचे, तब भी परिवार मौजूद नहीं था।
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मामले में कांग्रेस की चार प्रमुख मांगें
- मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच कराई जाए।
- इस प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई हो।
- लापता परिवार को सुरक्षित ढूंढा जाए और उन्हें हर संभव सुरक्षा दी जाए।
- एक विशेष निगरानी समिति बनाई जाए, जो इस केस की प्रगति की रोज़ाना रिपोर्ट सार्वजनिक करे।