हाइलाइट्स
- रक्षा मंत्रालय से एमपी में आएंगे दो हेलिकॉप्टर
- गुना के डैम के सुधारकाम में जुटी सेना
- अशोकनगर में बचाव दल राहत कार्य में जुटा
Madhya Pradesh (MP) Rainfall Flood Alert Update: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh ) में इस वक्त घना मानसून (monsoon) छाया हुआ है। लगातार बारिश की वजह से पश्चिमी (Eastern MP) और पूर्वी एमपी (Western MP) के जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने हाइलेवल बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में सबसे ज्यादा स्थिति गुना, विदिशा, श्योपुर, ग्वालियर समेत अन्य जिलों की खराब है। गुना में डैम टूटने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में सेना बुलवाकर कुछ गांव खाली कराए गए हैं। इधर विदिशा के डांडापुर गांव में चार फीट तक पानी भराने से अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बन गए। श्योपुर के अस्पताल में पानी भराने पर 10 मरीजों का रेस्क्यू किया गया। जयपुर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर यातायात बंद कर दिया गया। सीएम मोहन यादव ने रक्षा मंत्रालय से प्रदेश के दो जिलों के लिए मदद मांगी। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए हेलिकॉप्टर मांगे हैं। अशोकनगर में लखनऊ से बचाव दल पहुंचा हैं।
आज पुलिस मुख्यालय के स्टेट कमांड सेंटर से प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अतिवर्षा से उत्पन्न बाढ़ एवं जन सुरक्षा प्रबंधन की समीक्षा की।
प्रदेश में अब तक जलमग्न क्षेत्रों से 2,900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। सभी को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। दो जिलों के लिए केंद्र… pic.twitter.com/AkGdOzyq8C
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 30, 2025
CM ने कहा-बर्दाश्त नहीं की जाएगी कोताही
होमगार्ड मुख्यालय में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं।मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बीच बुधवार, 30 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होमगार्ड मुख्यालय में हाइलेवल बैठक बुलाई। अति भारी बारिश वाले जिलों के कलेक्टरों से चर्चा की और कहा कि प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाई जाएं। बचाव और राहत कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी जिलों को हर संभव मदद पहुंचाई जाएगी।
बाढ़ से कहां क्या स्थिति
27 बच्चों को 30 घंटे में सुरक्षित निकाला
शिवपुरी में बाढ़ में 27 बच्चे 30 घंटे बाद सुरक्षित निकले गए। घटना शिवपुरी ज़िले के कोलारस इलाके की है। पचावली गांव में बाढ़ के पानी में फंसे 27 स्कूली बच्चों को सेना ने 30 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बोट से सुरक्षित निकाल लिया है। यह घटना भारी बारिश के चलते हुई।
श्योपुर में नेशनल हाईवे टूटा, ट्रैफिक थमा
श्योपुर और उसके आस-पास के इलाकों में बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नेशनल हाईवे-552, जो श्योपुर को माधोपुर से जोड़ता है, रणथंभोर नेशनल पार्क के पास टूट गया है। इससे रास्ता पूरी तरह बंद हो गया है, और श्योपुर से जयपुर, दिल्ली, टोंक, और दौसा जाने वाला सारा ट्रैफिक थमा गया है।
मानपुर अस्पताल से 10 मरीज का रेस्क्यू
श्योपुर के मानपुर सरकारी अस्पताल में लगातार बारिश से पानी भरा गया। जिससे 10 से अधिक मरीज अस्पताल में फंस गए। जिन्हें रेस्क्यू कर अस्पताल से सुरक्षित निकाला गया। इसके लिए प्रशासन की ओर से SDRF की टीम भेजी गई थी।
कलोरा डैम के 15 फीट का हिस्सा टूटा
गुना में कलोरा डैम के एक 15 फीट का हिस्सा टूट गया है। इससे पूरे डैम के टूटने का खतरा बढ़ गया है। डैम के टूटने और पानी गांव में भराने जैसी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन तैयारी की। NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और सेना को मौके पर बुला लिया है।
विदिशा में भरा पानी, लोग घरों में कैद
लगातार बारिश से विदिशा जिले के डंडापुर में 3 से 4 फीट तक पानी भरा गया। यहां सुबह से अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए है। लोग घरों में कैद हो गए हैं। अधिकांश स्कूलों, घरों और दुकानों में पानी भरा गया हैं।
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