MP Electricity Workers Protest: मध्यप्रदेश में संविदा बिजली कर्मचारियों की सालों पुरानी मांगें अब आंदोलन का रूप लेने जा रही हैं। प्रदेशभर के बिजली कर्मचारी 13 जुलाई को भोपाल के नीलम पार्क में एकत्र होकर प्रदर्शन करेंगे। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाई इंजीनियर संगठन के बैनर तले होने वाला यह प्रदर्शन 9 सूत्रीय मांगों को लेकर किया जाएगा, जिसमें नियमितीकरण प्रमुख मुद्दा है। आंदोलन से बिजली आपूर्ति पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
बिजलीकर्मी 13 जुलाई को करेंगे प्रदर्शन
मध्यप्रदेश के बिजलीकर्मी सरकार की उदासीनता से नाराज होकर अब आंदोलन की राह पर हैं। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्प्लाई इंजीनियर संगठन ने 13 जुलाई को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। यह प्रदर्शन भोपाल स्थित नीलम पार्क में होगा, जिसमें प्रदेशभर के हजारों बिजली कर्मचारी शामिल होंगे।
बिजली सप्लाई पर पड़ेगा असर
संगठन के प्रवक्ता लोकेंद्र श्रीवास्तव के अनुसार, बिजली विभाग में वर्तमान में 5,000 से अधिक संविदा कर्मचारी कार्यरत हैं। ये सभी कर्मचारी चयन प्रक्रिया के अंतर्गत लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और मेरिट के माध्यम से चयनित हुए हैं, लेकिन भविष्य की अनिश्चितता के कारण कई अनुभवी कर्मचारी विभाग छोड़कर अन्य नौकरियों की ओर रुख कर रहे हैं। इससे बिजली सप्लाई व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ सकता है।
9 सूत्रीय मांगों को होगा आंदोलन
- संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
- गृह जिला ट्रांसफर (कंपनी टू कंपनी) की नीति बनाई जाए।
- संविदा नीति 2023 में DA और इंक्रीमेंट जोड़ा जाए।
- कार्यालय सहायक पद को तकनीकी समकक्ष पद में बदला जाए।
- मध्य क्षेत्र में वेतन विसंगति दूर की जाए।
- 50% आरक्षण पूर्व निर्धारित भर्ती में दिया जाए।
- संविदाकर्मियों को राष्ट्रीय अवकाश में कार्य करने पर दोगुना मानदेय मिले।
- नियम के अनुसार 9, 18, 35 सालों की सेवा पर प्रमोशन एवं वेतनमान दिया जाए।
- संविदा से सीधी भर्ती होने पर 70, 80 और 90 नियमावली को समाप्त किया जाए।