हाइलाइट्स
- मप्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी ने की बड़ी कार्रवाई
- जूनियर इंजीनियर नितेश पलारिया को किया सस्पेंड
- DGM राजेश अग्रवाल समेत 3 अफसरों को नोटिस थमाया
MP Electricity Distribution Company: कार्य में लापरवाही करने पर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी (Madhya Pradesh Electricity Distribution Company) के जूनियर इंजीनियर नितेश पलारिया को सस्पेंड कर दिया गया, जबकि कंपनी के भोपाल वृत्त के डीजीएम (उप महाप्रबंधक) भेरुंदा राजेश अग्रवाल, ललरिया वितरण केंद्र के मैनेजर सुशील वर्मा और लाड़कुई वितरण केन्द्र के जूनियर इंजीनियर पंकज कटियार को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया। यह कार्रवाई यह कार्रवाई भोपाल ग्रामीण वृत्त की समीक्षा बैठक के दौरान मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक (एमडी) क्षितिज सिंघल ने की।
‘किसानों को स्थाई पंप कनेक्शन ज्यादा से ज्यादा किसानों को दें’
कंपनी के एमपी सिंघल ने समीक्षा बैठक के दौरान स्पष्ट संदेश दिया की बिलिंग एफिशिएंसी (दक्षता) तथा कलेक्शन एफिशिएंसी में कमी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, खराब तथा जले मीटर बदलें और उपभोक्ताओं को दी जा रही बिजली की प्रत्येक यूनिट बिक्रित यूनिट में परिवर्तित होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों को 5 रुपए में दिए जा रहे स्थाई पंप कनेक्शन के बारे में कहा कि इसके अंतर्गत अधिक से अधिक किसानों को कनेक्शन प्रदान करें और जहां नियमित कनेक्शन देने की कार्रवाई में अड़चन आ रही है, वहां अस्थायी कनेक्शनन दें।
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मार्च में ग्रामीण वितरण केंद्रों में 15 प्रतिशत नए कनेक्शन दिए जाएं
कंपनी के प्रबंध संचालक सिंघल ने अधिकारियों के लिए मार्च माह का टारगेट तय किया। उन्होंने कहा कि मार्च माह में ग्रामीण वितरण केन्द्रों में कम से कम कुल उपभोक्ताओं की तुलना में 15 प्रतिशत नए कनेक्शन देकर नए उपभोक्ताओं को विद्युत प्रणाली से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा, सकल तकनीकी एवं वाणिज्यक हानियों को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए मीटरिंग, बिलिंग और कलेक्शन को बढ़ाया जाए। कंपनी के एमडी सिंघल ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के बाद अप्रैल माह में भोपाल ग्रामीण वृत्त में कार्यरत बिजली कार्मिकों की परफॉर्मेंस की समीक्षा कर उनकी पदस्थापनाएं की जाएंगी। इसलिए जो बेहतर कार्य करने वाले कार्मिकों को पुरस्कृत किया जाएगा वहीं नॉन परफॉर्मर कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
MP में धान उपार्जन समितियों का फर्जीवाड़ा: EOW की जांच में धान की वेयरहाउस में मिला भूसा, 5 करोड़ की फेराफेरी
MP Rice Scam: मध्यप्रदेश में धान उपार्जन समितियों में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। सीएम मोहन यादव के निर्देश पर EOW ( आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) ने प्रदेश के 12 जिलों की 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयर हाउस की जांच तो चौंकाने वाली गड़बड़ियां सामने आई हैं। सतना के कनक वेयर हाउस में तो 535 क्विंटल धान की जगह भूसी पाई गई। EOW की अब तक ही जांच में 19,910.53 क्विंटल धान की हेराफेरी पकड़ी गई है, जिससे शासन को करीब 5 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…