खंडवा। MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में छह दिन बाद विधानसभा चुनाव होने के लिए मतदान होने है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी में चार में लगी हुई है।
लेकिन कई ऐसे क्षेत्र जहां नेताओं को विरोध का सामना करना पढ़ रहा है और स्थानी लोग चुनाव का बिहष्कार करने की बात कह रहे हैं।
इन गांव में नहीं पहुंची बिजली
खंडवा जिले की बागली तहसील मुख्यालय से मात्र 10 किमी दूरी मुकुन्दगढ़ ग्राम पंचायत के गोपालपुरा, गोरधनपुरा और इमलीपुरा गावों के ग्रामीणों का कहना है कि प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल प्रचार के लिये नहीं पहुचे हैं।
जबकि ग्रामीणों ने मतदान करना बहिष्कार भी किया है। खंडवा उप चुनाव में 10 दिन में बिजली पहुचाने का दावा करने वाले नेताओं का बहिष्कार करने की बात कही है।
ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी गोपालपुरा, गोरधनपुरा और इमलीपुरा में रहने वाले ग्रामीणों के घरों में बिजली नहीं पहुँची है।
ग्रामीण कृषि बिजली और अन्य स्त्रोतों से 1 से 2 किमी दूरी से अपने व्यय से तार खिंचकर 6-8 घण्टे की बिजली में गुजर बसर करते है।
कागजों में बांट दिए कनेक्शन
जबकि 2018 में विद्युतीकरण के अंतर्गत ग्रामीणों को विद्युत विभाग ने बिजली कनेक्शन कागजों में बांट दिए है, लेकिन घरों तक बिजली नहीं पहची है। ग्रामीणी को केबल बील थाम दिए जाते हैं।
वही गांव की 800 आबादी है लेकिन पहुच मार्ग नहीं ऐसे में बारिश के मौसम में गांव टापू के रूप में तबदील होता है । मिडिल स्कूल और हायर एजुकेशन पाने वाले बच्चों को काफी परेशानी होती है।
गांव में नहीं पहुंचती है एम्बुलेंस
बीमार व गर्भवती महिलाओं के लिये जननी व एम्बुलेंस वाहन उनके गांव तक नहीं पहुंच पाते है, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि और प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली है।
उन्होने कहा कि खंडवा लोकसभा के उप चुनाव में बीजेपी जिला अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल लोगो के आक्रोश व मतदान बहिष्कार के बाद गांव पहुचे थे। ग्रामीणों के सामने खंडेलवाल ने बिजली अधिकारियों को फोन लगाकर 10 दिन में बिजली घर-घर पहुचने की बात की थी।
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