MP Election 2023: MP मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 230 सीटों पर वोटिंग के लिए अब कुछ ही घंटे बचे हैं. शुक्रवार,17 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए करीब 36 दिनों के चुनावी प्रचार का शोर थमने के बाद अब सभी पार्टियों के प्रत्याशी और उनके समर्थक 5.61 करोड़ वोटर को लुभाने के लिए डोर-टू-डोर संपर्क में जुटे हैं.
ऐसे में अब सभी के मन में यह सवाल है कि चुनावी सियासत की शतरंज में किसका पलड़ा भारी है. वैसे प्रदेश में कुछ सीटों को छोड़कर मुख्य चुनावी मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही माना चाह रहा है. आइए आपको बताते हैं कि मुख्य रूप से छह भौगोलिक क्षेत्र में बंटे मप्र के किस इलाके में किसका पड़ला भारी है ?
बीजेपी को उम्मीद है कि पीएम मोदी का चेहरा और सीएम शिवराज की लाड़ली बहना योजना फिर से सत्ता में लाएगी। दूसरी ओर कांग्रेस को मतदाताओं से इस बात की आस है कि वो प्रदेश में सत्तविरोधी रुझान के चलते चुनाव में जीत का हार उसके गले में डालेगी। इसके अलावा उसे चुनाव मैदान में बीजेपी के बागियों से भी फायदा मिलने की उम्मीद है।
1: मध्यक्षेत्र (भोपाल-नर्मदापुरम संभाग) भोपाल: 25 बीजेपी, नर्मदापुरम: 5 कांग्रेस-3भाजपा
विधानसभा क्षेत्र: 36 सीटें
जिले: प्रदेश की राजधानी भोपाल के आसपास के जिलों वाले इलाके को मध्य क्षेत्र कहा जाता है। यह इलाका हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है. भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा और बैतूल जिले आते हैं। इसमें भोपाल संभाग में 25 सीटों पर भाजपा की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। नर्मदापुरम में भाजपा को 5 सीटों पर तो कांग्रेस को 3 सीटों पर जीत की उम्मीद है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इलाका माना जाता है. इसी में बुधनी सीट भी आती है।
2: महाकौशल: 10 सीटों पर भाजपा और कांग्रे , 6 पर त्रिकोणीय स्थिति
विधानसभा क्षेत्र: 38 सीटें
प्रत्याशी: 402
मुकाबला:
जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, सिवनी, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी और बालाघाट आते हैं. जबलपुर में 10 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है। 6 पर त्रिकोणीय स्थिति बनी हुई है। यहां बीते दो बार से कांग्रेस कब्जा बनाए हुए है। यहां बीते चुनाव में 24 पर कांग्रेस और 13 पर भाजपा थी।
चुनाव 2018 के नतीजे
कांग्रेस- 24
बीजेपी -13
मुकाबला:
यहां इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है। यहां पर आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण इस बार बसपा और गोंडवाना पार्टी के गठबंधन ने कुछ सीटों पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। यहाँ मुख्य चुनाव आदिवासियों को लेकर है.
3: मालवा निमाड़ ( इंदौर में 37 सीटों पर बीजेपी )
विधानसभा: 66 सीटें
चुनाव 2018 के नतीजे
कांग्रेस: 35
बीजेपी: 28
मुकाबला:
बीजेपी और कांग्रेस को कुछ सीटों पर बीएसपी और सपा से कडी टक्कर दे सकती है। तो वहीँ यहाँ पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। यहां की 66 सीटें पूरे चुनाव का गणित बिगाड़ सकती हैं। इंदौर संभाग की 37 सीटों पर बीजेपी की ओर से कैलाश विजयवर्गीय मैदान में हैं। पूरे चुनाव में लाड़ली बहना योजनाा, धारा 370 और विकास के नाम पर चुनाव को फोकस किया है।
4: ग्वालियर चंबल विधानसभा क्षेत्र (25 सीटों पर कांग्रेस व बीजेपी, 9 पर त्रिकोणीय मुकाबला)
विधानसभा क्षेत्र: 34 सीटें
प्रत्याशी: 350
चुनाव 2018 के नतीजे
कांग्रेस 27
बीजेपी 5
अन्य 2
मुकाबला:
25 सीटों पर कांग्रेस व बीजेपी के बीच सीधी फाइट दिख रही है। तो 9 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है। यहाँ पर बीजेपी के ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की साख दांव पर लगी है। तो वहीँ कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और गोविंद सिंह जैसे नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है।
5 : बुंदेलखंड: 12 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला
विधानसभा सीटें: बुंदेलखंड में 30 सीटें, विंध्य क्षेत्र में 26 सीटें आती हैं। इस दोनों क्षेत्रों में कुल 56 सीटें आती हैं।
चुनाव 2013
बीजेपी: 38
कांग्रेस: 16
मुकाबला:
पूरी 56 सीटों में से करीब एक दर्जन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। बुंदेलखंड दलित और ओबीसी जातियां खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखता है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस बार सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
चुनाव 2018 के नतीजे
कांग्रेस 13
बीजेपी 23
6- विध्य-बधेल क्षेत्र (त्रिकोणीय मुकाबला )
विधानसभा सीटें: 30
चुनाव 2018 के नतीजे
कांग्रेस: 12
बीजेपी: 15
मुकाबला:
यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला है। सबकुछ जातिगत समीकरणों पर आधारित है। यहां भाजपा और कांग्रेस के उम्मीद्वार अन्य प्रत्याशियों से परेशान हैं।
इलेक्टशन फैक्ट:
एमपी में कुल वोटर्स: 5.6 करोड़
मध्यप्रदेश में कुल सीटें: 230
सहायक मतदान केंद्र: 3
थर्ड जेंडर मतदाता: 1373
कुल प्रत्याशी: 2533
पुरूष प्रत्याशी: 2280
महिला प्रत्याशी: 252
थर्ड जेंडर प्रत्याशी: 1
कुल मतदान केंद्र: 64 हजार 523
यहां सबसे कम मतदाता
खंडवा के मांधाता विधानसभा के भानखेड़ा में सिर्फ 68 मतदाता हैं। तो वहीं कई केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 100 से भी कम है।
MP Election 2023, mp vidhan sabha chunav 2023, news in hindi, mp chunav , hindi news, bansal news