भोपाल। प्रदेश में कोविड केस MP Doctores Samvida Bharti बढ़ते जा रहे हैं। इतना ही नहीं कोरोना के अलावा ओमिक्रोन के नए वैरीएंट ने प्रशासन के माथे पर लकीरें खीच दी हैं। इससे निपटने के लिए अब सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से 16 डॉक्टरों की भर्ती करने की मंजूदी दी है। यह भर्ती दो महीनों के लिए संविदा पर की जाएगी। जिसमें 8 स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारी के पद भी शामिल हैं। जिसमें फेफड़े के डॉक्टर, मेडिसिन के डॉक्टर और एनएसथीसिया विशेषज्ञ के पद शामिल हैं। कुछ इसी तरह से 8 चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती भी की जा रही है। भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी के अनुसार इन डॉक्टरों की सेवाएं कोरोना वार्ड, सेंपलिंग, फीवर क्लीनिक में लगाई जाएगी।
कहीं भी नहीं हैं स्वास रोग विशेषज्ञ —
आपको बता दें भोपाल में ओमिक्रोन वैरीएंट के यहां पर 30 मामले मिल चुके हैं। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल की बात करें या छोटे अस्पतालों की, कहीं भी छाती एवं स्वास रोग के डॉक्टर नहीं है। आपको बता दें कि कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों पर डालता है। इस कंडीशन में वेंटिलेटर और आईसीयू में ड्यूटी के लिहाज से एनएसथीसिया विशेषज्ञों की भर्ती की जा रही है।
पहली बार होगी इतनी सैलरी —
प्राप्त जानकारी के अनुसार चिकित्सा अधिकारियों मंद यानि हल्के लक्षण वाले मरीजों की देखरेख और इलाज में लगाया जाएगा। तो वहीं ऐसा पहली बार होगा जब इस तरह की नियुक्ति होगी जिसमें स्नातकोत्तर चिकित्सा अधिकारियों में डिग्री वाले डॉक्टर को सवा लाख और डिप्लोमा वाले डॉक्टर को 1 लाख 10 हजार मानदेय दिया जाएगा। सीएमएचओ डॉ तिवारी के अनुसार इसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है।