भोपाल। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर उत्पात मचाया है। दूसरी लहर की चपेट में आकर अब तक हजारों लोग काल के गाल में समा गए हैं। वहीं कोरोना का कहर अब थमने लगा है। प्रदेश में कोरोना मामलों में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित रहे इंदौर शहर में केवल एक कोरोना मरीज सामने आया है। वहीं पूरे प्रदेशभर में कुल 15 संक्रमित मरीज सामने आए हैं। 16 महीने बाद यह पहली बार है जब इंदौर में गुरुवार को केवल एक मरीज मिला है। इंदौर कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.01 प्रतिशत से भी कम हो गई है। वहीं रिकवरी रेट 99 प्रतिशत पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि जुलाई के इस पूरे महीने में अब तक एक भी व्यक्ति की कोरोना संक्रमण के चलते मौत नहीं हुई है।
इंदौर में वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 61 बनी हुई है। इनमें से ज्यादातर कोरोना संक्रमित मरीज अपने घरों पर ही आईसोलेट हैं। गौरतलब है कि इंदौर में अप्रैल-मई महीने में कोरोना ने अपना रौद्र रूप दिखाया था। यहां रोजाना करीब 1300 से 1500 मरीज सामने आ रहे थे। इंदौर में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। यहां से सरकारी और निजी अस्पतालों के करीब 1 हजार डॉक्टर्स को कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। चाचा नेहरू अस्पताल के अधिकारी हेमंत जैन ने मीडिया को बताया कि सरकारी और बड़े निजी अस्पतालों के करीब 1 हजार डॉक्टर्स को ट्रेनिंग देने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए 15 सेशन प्लान किए गए हैं। इन सेशन में इन डॉक्टर्स की ट्रेनिंग कराई जाएगी। इसके बाद अगर जरूरत पड़ती है तो इन्ही डॉक्टर्स से अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ट्रेनिंग भी कराई जाएगी।
तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी शुरू
डॉक्टर ने जैन ने बताया कि हम इस ट्रेनिंग में डॉक्टर्स को स्पेशल कोरोना के इलाज पर ध्यान दे रहे हैं। इसमें ऑक्सीजन, मेडिसिन और अन्य कोरोना उपचारों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए इंदौर समेत पूरे प्रदेश में कोरोना वैक्सिनेशन भी तेजी से हुआ है। अब प्रदेश में 25 जुलाई से स्कूलों के खोलने की भी तैयारी की जा रही है। इससे पहले करीब 90 प्रतिशत शिक्षकों का वैक्सिनेशन किया जा चुका है। राजधानी में करीब 30 हजार में से 25 हजार शिक्षकों का वैक्सिनेशन किया जा चुका है। वहीं प्रदेश में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए जहां वैक्सिनेशन तेजी से किया जा रहा है। वहीं तीसरी लहर से निपटने की तैयारी भी तेजी से की जा रही है। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में भी कोरोना से निपटने के लिए बच्चों के लिए भी वॉर्ड बनाया गया है। वहीं राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में कोरोना से निपटने की तैयारियां तेज हो गईं हैं। वहीं तीसरी लहर को लेकर लोगों को लगातार चेतावनी जारी की जा रही है।