ग्वालियर। प्रदेश समेत पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई है। हजारों लोग इस लहर की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए हैं। वहीं तीसरी लहर को लेकर भी लगातार चेतावनी दी जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। प्रदेश के ग्वालियर शहर में तीन नवजात बच्चियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद हड़कंप मच गया है। ग्वालियर जिले के भितरवार इलाके में तीन नवजात बच्चियां कोरोना संक्रमित पाई गई हैं। प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने इन तीनों बच्चियों को अपनी मॉनीटरिंग में रख लिया है। तीनों बच्चियां अलग-अलग गांव की बताई जा रही हैं।
इनमें से दो को तत्काल प्रभाव से ग्वालियर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। यहां जांच कर कोरोना के वेरिएंट के बारे में पता लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को दी जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को 47 मरीजों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया। इस जांच में भितरवार विकासखंड के ग्राम मछरिया की एक माह की दूध मुंही बालिका की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं पास के ही गांव रही में भी एक बच्ची की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही शिवपुरी जिले के ग्राम सभा खिरिया की 5 माह की बच्ची भी कोरोना की चपेट में आ गई है। इनमें से दो बच्चियों को इलाज के लिए ग्वालियर में भर्ती कर लिया गया है। इनकी जांच की जा रही है।
प्रदेश में कम आ रहे कोरोना के मरीज…
बता दें कि प्रदेश में कोरोना का कहर अब थम गया है। रोजाना आने वाले केसों में तेजी से कमी देखने को मिल रही है। साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी कम हो गया है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोरोना बुलेटिन के अनुसार प्रदेश के 45 जिलों में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है। सोमवार को आने वाले केसों में सबसे ज्यादा केस राजधानी भोपाल से मिले हैं। यहां 5 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। वहीं इंदौर में 2 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके अलावा दमोह, झाबुआ, राजगढ़, होशंगाबाद और जबलपुर में कोरोना का 1-1 मामला सामने आया है। कोरोना का कहर कम होने के बाद भी सीएम शिवराज सिंह द्वारा कोरोना नियमों का पालन करने की चेतावनी दी जा रही है।