MP Congress Working Committee Meeting: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस प्रदेश कार्य समिति की बैठक का आज शुक्रवार को दूसरा दिन खासा चर्चा का विषय बन गया है।
बैठक में प्रदेश के सभी जिलों से आए पदाधिकारी और नवनियुक्त कार्यकारिणी के सदस्य शामिल हुए। इसी बीच, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की कुर्सी हटाने और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के बीच बैठक से बाहर जाने पर विवाद खड़ा हो गया है।
भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कसा तंज
इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए कहा, “जीतू के लिए पार्टी और सिंघार के लिए कुर्सी गई तेल लेने।” वहीं, नेता प्रतिपक्ष सिंघार के लगातार दूसरे दिन बैठक से नदारद रहने पर राजनीतिक में अटकलों का बाजार गर्म है।
ख़बर अंदरखाने से –
मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक का दूसरा दिन…
बवाल जारी….विद्रोह जारी…
आज भी बड़ी संख्या में पदाधिकारी रहे नदारद…
पटवारी के निर्देश पर मंच पर लगी नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी हटा दी गई….कुर्सी पर लगी उनके नाम की स्लीप फाड़ दी गई…
आज भी नेता… pic.twitter.com/NEPiO2PPIX
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) November 22, 2024
आज बैठक में इस विषय पर हुई चर्चा
आपको बता दें बैठक के दूसरे दिन की शुरुआत पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के फैसलों पर चर्चा से हुई। इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एकजुट होकर काम करने का संदेश दिया।
पहले दिन की बैठक में जीतू पटवारी भावुक हो गए थे। उन्होंने सीनियर नेताओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा था कि पार्टी की जिम्मेदारी निभाने के लिए सभी का समर्थन जरूरी है।
उनकी आंखों में छलकते भावों ने कार्यकर्ताओं और नेताओं को एकजुट होकर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
ये बड़े चेहरे रहे गैरमौजूद
कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर कमेटी और एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में पार्टी के कई दिग्गज नेताओं की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय रही। कमेटी के आधे से अधिक सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए।
गैरमौजूद नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, अजय सिंह, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, फूल सिंह बरैया, प्रवीण पाठक, बाला बच्चन, और शोभा ओझा शामिल हैं।
उनकी अनुपस्थिति ने राजनीतिक गलियारों में सवाल खड़े कर दिए हैं और पार्टी के भीतर गुटबाजी की अटकलों को हवा दी है।
मंच से हटाई उमंग सिंघार की कुर्सी
आपको बता दें कि प्रमुख नेताओं के लिए नाम से कुर्सियां लगाई गई थीं, जिनमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार की भी कुर्सी शामिल थी। हालांकि, कल की बैठक में उनकी गैरमौजूदगी के बाद आज उनकी कुर्सी मंच से हटा दी गई। इस घटनाक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
भाजपा में जाने वालों को नहीं करेंगे पार्टी में शामिल
कांग्रेस ने उन नेताओं के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं, जो मुश्किल वक्त में पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। यह अहम फैसला गुरुवार को प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के पहले दिन लिया गया।
बैठक में तय किया गया कि ऐसे नेताओं को दोबारा कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाएगा। इस फैसले को संगठन के सभी कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही पार्टी को मजबूत बनाने और समर्पित नेताओं को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया जाएगा।