MP Congress: एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भरी मीटिंग में कांग्रेस संगठन से नाराजगी जताई है। दरअसल, सोमवार को मध्यप्रदेश कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की वर्चुअल मीटिंग हुई। इस बैठक में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता वर्चुअली जुड़े। इनमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत कई नेता शामिल हुए।
नाथ बोले- मुझसे कुछ नहीं पूछा जाता
बैठक में कमलनाथ ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अब मुझसे कुछ पूछा नहीं जाता, न ही मीटिंग की सूचना दी जाती है। अखबारों से पता चलता है कांग्रेस की बैठक थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने बिना सीनियर्स से पूछे नियुक्तियां होने का आरोप भी लगाया। कमलनाथ की इन बातों का समर्थन दिग्विजय सिंह ने भी किया। दिग्गी ने मीटिंग में कहा कि अब बिना एजेंडे के बैठकें बुला ली जाती है।
दिग्विजय ने कसा जीतू पटवारी पर तंज
बैठक में दिग्विजय सिंह की नाराजगी भी खुलकर सामने आई। उन्होंने कहा कि पार्टी में अब बिना एजेंडे के बैठकें बुला ली जाती हैं। तब उन्हें बताया गया कि वॉट्सऐप पर आपको एजेंडा भेजा गया था।
दिग्विजय ने तंज कसते हुए कहा, ‘अध्यक्ष जी 6 बजकर 31 मिनट पर एजेंडा मिला है। अब मैं मोबाइल से मीटिंग में जुड़ा हूं तो एजेंडा कैसे देखूं।’
मीनाक्षी नटराजन भी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की बात में सुर मिलाती नजर आईं। आपको बता दें कि 26 जनवरी को कांग्रेस की संविधान रैली को लेकर ये बैठक बुलाई गई थी।
बीजेपी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
कांग्रेस के अंदर मची इस खींचतान को लेकर बीजेपी ने भी तंज कसा है। बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कमलनाथ दिग्विजिय सिंह की नाराजगी पर कहा कि जीतू पटवारी नाथ-दिग्गी गुट को ठिकाने लगाने की तैयारी में हैं। उन्होंने दावा किया कि बैठकों से दूरी, कार्यकर्ताओ की अनदेखी ये सब कांग्रेस धीरे धीरे और बढ़ेगा।
नेताओं की पार्टी में वापसी करानी चाहिए
कमलनाथ ने पार्टी के भीतर मांग उठाई कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने वाले लोगों की घर वापसी कराई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग हमें छोड़कर बीजेपी में चले गए थे, अब वे लोग वापस आना चाहते हैं। मुझसे संपर्क कर रहे हैं, हमें उनकी वापसी पर विचार करते हुए कोई फैसला लेना चाहिए।
बैठक में मौजूद दूसरे नेताओं ने कमलनाथ की मांग पर कहा कि जो लोग पार्टी को धोखा देकर गए हैं, उन्हें वहीं रहने दिया जाए, जहां वे हैं। गद्दार लोगों की चिंता हमें छोड़ देनी चाहिए। कमलनाथ ने कहा कि वो लोग हमारे मजबूत लोग रहे हैं।
उनकी विधानसभा क्षेत्रों में पकड़ है। उनकी वापसी से पार्टी को मजबूत मिलेगी। इस पर दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी समेत कई नेताओं ने कहा कि अभी इसे होल्ड पर रखते हैं। इस पर बाद में अलग से 10 जनवरी को बात करेंगे।