हाइलाइट्स
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कमलनाथ-नकुलनाथ का समर्थकों के साथ बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें
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20 विधायकों के साथ बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं कमलनाथ
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राज्यसभा की टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं कमलनाथ
Kamal Nath Political Future: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और कांग्रेस की लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस को एक और बड़ा झटका देने की पटकथा लिखी जा चुकी है।
अब बस इंतजार है तो औपचारिक घोषणा होने की। कांग्रेस में हाशिए पर आ गए कमलनाथ की अपने बेटे नकुलनाथ और समर्थकों के साथ बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलों के बीच कल शनिवार को वे दिल्ली पहुंच गए।
चर्चा है कि कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) आज या कल बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं, लेकिन इन सबके बीच सबसे आश्चर्य करने वाली बात ये है कि अब तक कांग्रेस की ओर से इस डैमेज को कंट्रोल करने के लिये कोई आपरेशन शुरु नहीं किया गया है।
कमलनाथ को बनाने पार्टी ने अधिकृत तौर पर किसी को इसकी जिम्मेदारी नहीं दी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस कमलनाथ को रोकने के लिये कोई कोशिश भी नहीं कर रही है।
अब तक सिर्फ दिग्विजय सिंह की ही हुई फोन पर बात
कमलनाथ को लेकर जो खबरें सामने आई है उसके अनुसार अब तक सिर्फ दिग्विजय सिंह की ही कमलनाथ से फोन पर बात हुई है। जिसमें कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह से कहा कि अभी उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला नहीं किया है।
हालांकि ये बातचीत व्यक्तिगत ही थी। कांग्रेस की ओर से अभी तक किसी को भी कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) को मनाने की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
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क्या इसलिए नहीं हो रही रोकने की भी कोशिश!
1. हाथ में आई सत्ता गवाई: वर्ष 2018 में लंबे इंतजार के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सीएम पद के दावेदार थे, लेकिन कांग्रेस ने कमलनाथ पर भरोसा जताया।
हालांकि कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) सत्ता को संभालकर नहीं रख सके। 15 महीने में ही सरकार गिरने से कांग्रेस के हाथ आई सत्ता चली गई।
2. दिल्ली की सुन नहीं रहे थे: विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली से आए नेताओं से कमलनाथ ने कॉपरेट नहीं किया। कमलनाथ ने वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल के साथ काम करने को लेकर इंकार दिया।
जिसके बाद सुरजेवाला को जिम्मेदारी दी गई। टिकट वितरण में भी कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) ने किसी की नहीं सुनी।
3. विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारी कांग्रेस: विधानसभा चुनाव के मामले में कमलनाथ ही फेस थे। टिकट वितरण से लेकर प्रचार की रणनीति तक इन्होंने किसी की एक नहीं चलने दी।
बावजूद इसके एमपी में कांग्रेस बुरी तरह विधानसभा चुनाव हार गई। जिसके बाद पार्टी और कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) के बीच खाई और गहरी हो गई।
राज्यसभा के लिए कमलनाथ ने किए कई प्रयास
एमपी का चुनाव हारने के बाद कमलनाथ (Kamal Nath Political Future) राज्यसभा का टिकट चाहते थे और इसको लेकर उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात भी की।
यहां तक कि कमलनाथ ने अपने नामांकन का समर्थन करने के लिए विधायकों से भी मुलाकात की, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा।