हाइलाइट्स
- एमपी कांग्रेस शहर-जिला अध्यक्षों की घोषणा जल्द।
- नामों को लेकर कांग्रेस नेतृत्व की बैठक 12 अगस्त को।
- कई जिलाध्यक्षों को फिर से मौका मिलने की संभावना।
MP Congress Jila Adhyaksha Sangathan Srijan Abhiyan: मध्य प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव तय माना जा रहा है। राज्य के सभी जिला और शहर अध्यक्षों की घोषणा इसी महीने के भीतर हो सकती है, जिसकी संभावित तारीख 15 अगस्त से पहले मानी जा रही है। इस सिलसिले में 12 अगस्त को दिल्ली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की अंतिम बैठक होगी, जिसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी शामिल होंगे। इसी बैठक में एमपी कांग्रेस जिलाध्यक्षों की तैयार सूची पर अंतिम मुहर लग सकती है। बताया जा रहा है कि अधिकांश नाम रिपीट हो सकते हैं।
कई जिलाध्यक्षों को फिर मिल सकता है मौका
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत प्रदेश में सभी जिलाध्यक्षों को एक साथ बदलने की रणनीति बनाई थी। लेकिन वर्तमान सूची में अधिकांश जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है, क्योंकि उन्हें हाल ही में नियुक्त किया गया था और अब तक कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। भोपाल और इंदौर के लिए दौड़ दिलचस्प बनी हुई है। जानें किसे मिल सकती है जिम्मेदारी
भोपाल शहर से प्रवीण हो सकते हैं रिपीट
भोपाल में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना और ग्रामीण अध्यक्ष अनोखी पटेल को दोबारा जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों ही नेताओं को अध्यक्ष बने अभी अधिक समय नहीं हुआ है और वे अब तक अपनी टीम भी नहीं बना पाए हैं, यही कारण है कि इन्हें दोबारा मौका मिलने की संभावना है।
इंदौर में कई दावेदार मैदान में
इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए बदलाव की संभावना जताई जा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अरविंद बागड़ी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। हालांकि, राहुल गांधी द्वारा शुरू किए गए सर्जन अभियान के तहत करवाए गए संगठनात्मक सर्वे में अमन बजाज मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। वर्तमान शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा भी रेस में शामिल हैं और उनके नाम पर भी विचार जारी है।
वहीं इंदौर ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर स्थिति लगभग स्पष्ट हो चुकी है। लंबे समय से पद संभाल रहे सदाशिव यादव की विदाई तय मानी जा रही है। उनके स्थान पर राधेश्याम पटेल का नाम सबसे प्रबल दावेदार के रूप में सामने आया है और सूत्रों का कहना है कि उनकी नियुक्ति लगभग तय है।
68 में से 5 जिलों में अध्यक्ष नहीं, जल्द होगी नियुक्ति
प्रदेश में शहरी और ग्रामीण जिलों को मिलाकर कुल 68 संगठनात्मक इकाइयां हैं, जिनमें से 5 जिलों में अध्यक्ष का पद खाली है। इन रिक्त पदों पर जल्द नियुक्तियां की जाएंगी। संभावित नामों में शामिल हैं:
- बालाघाट: विधायक संजय उइके
- रतलाम ग्रामीण: पूर्व विधायक हर्ष गहलोत
- बैतूल: पूर्व विधायक निलय डागा
- अलीराजपुर: पूर्व विधायक मुकेश पटेल
इन जिलों में माइनॉरिटी नेतृत्व को लेकर मंथन
रतलाम और रायसेन जिलों में अल्पसंख्यक समुदाय से जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने को लेकर पार्टी के भीतर विचार-विमर्श चल रहा है। रतलाम शहर से फैयाज मंसूरी और शांतिलाल वर्मा के नाम सामने आए हैं, जिनमें मंसूरी का नाम लगभग तय माना जा रहा है। रायसेन में भी मुस्लिम समुदाय से अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है, लेकिन इसे लेकर कुछ नेताओं ने आपत्ति जताई है। आशंका जताई जा रही है कि इससे भोपाल संभाग में बीजेपी ध्रुवीकरण कर सकती है।
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इन चेहरों को मिल सकती है जिम्मेदारी
संगठन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, कई अन्य जिलों में भी नए चेहरों को कमान सौंपी जा सकती है। संभावित नाम इस प्रकार हैं…
- सागर: अमित दुबे
- देवास (शहर): प्रदीप चौधरी
- देवास (ग्रामीण): गौतम बंटू गुर्जर
- विदिशा: मानेंद्र प्रताप सिंह
- खंडवा (ग्रामीण): उत्तम पाल सिंह
- खंडवा (शहर): अंकित दुबे
- ग्वालियर (शहर): संजय यादव
- सीधी: ज्ञान प्रताप सिंह
- मंदसौर: महेंद्र गुर्जर
- नीमच: तरुण बाहेती
- धार: मनोज सिंह गौतम
- खरगोन: रविनायक
- श्योपुर: अतुल चौहान
- शाजापुर: नटेश्वर प्रताप सिंह
- बड़वानी: वीरेंद्र राठौर
- बुरहानपुर: रिंकू टांक
- नर्मदापुरम: शिवकांत पांडेय
सूत्रों के अनुसार, इस सूची को अंतिम रूप देकर 15 अगस्त से पहले सार्वजनिक किया जा सकता है। कांग्रेस संगठनात्मक ढांचे को मज़बूत करने की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है।