MP Cold Wave Alert भोपाल। राजधानी भोपाल समेत पूरे प्रदेश में पहाड़ों से आई बर्फीली हवा से ठंड एक बार फिर बढ़ गई है। बीते कुछ दिनों दिन में तेज धूप निकलने के चलते लोगों को ठंड से राहत मिली थी। दो दिन से फिर से ठंड में इजाफा और न्यूनतम पारा लगातार कम होने के चलते एक बार फिर लोगों को ठंड ठिठुराने लगी है। न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 7 डिग्री पर पहुंच चुका है। जो सामान्य से 4 डिग्री कम रहा। यहां बता दें 15 साल में इस बार संक्रांति की सुबह सबसे सर्द रही। वहीं इस ठंड को देखते हुए मौसम विभाग ने भोपाल, राजगढ़ समेत 10 जिलों में शीतलहर का यलो अलर्ट जारी कर दिया है। एमपी में कड़कड़ाती ठंड का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। Yellow alert
यहां बता दें कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ व गुना में शीतलहर, नौगांव व इंदौर में कोल्ड डे के घोषित किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश भर के कई जिलों में कोहरा छाया रह सकता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि बीते दो दिनों में दिन-रात के तापमान में 4 से 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है। जिसके चलते आने वाले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के 10 से भी ज्यादा जिलों मेंशीतलहर चलने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को प्रदेश में राजगढ़ जिला सबसे ठंडा रहा। यहां रात का पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं रविवार को पारा 20.1 डिग्री दर्ज हुआ। रात का पारा सामान्य से 4.5 डिग्री गिरकर 7 डिग्री दर्ज किया गया।
बता दें कि मौस विभाग के अनुसार राजगढ़ और गुना में शातलहर तो वहीं इंदौर और नौगांव में कोल्ड डे घोषित किया है। वहीं आने वाले 24 घंटों के अंदर मध्य प्रदेश के भोपाल, सागर, रायसेन, राजगढ़, निवाड़ी,दतिया, ग्वालियर और टीकमगढ़ में शीतलहर चलने का अनुमान जाताया गया है तो वहीं सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा, चंबल, निवाड़ी, गुना, दतिया ग्वालियर और सतना में कोहरा छाने का अनुमान है। 20 जनवरी से बादल छाने की संभावना है, जिसके चलते दिन में ठंड और रात के पारे में बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है।
Bhopal यहां बता दें कि हिमालय में हो रही वर्फीली हवाओं का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। राजधानी सहित इंदौर, ग्वालियर सहित कई जिलों में पारे में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने पहले ही मकर संक्रांति से ठंड बढ़ने की संभावना जताई थी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार उत्तर भारत में 4 दिन पहले पहुंचा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस अब वहां से आगे बढ़ चुका है। यही कारण है कि पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। अब इसके पिघलते ही बर्फीली हवाएं एमपी में दस्तक दे चुकी हैं। cold wave