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Kisaan Sammelan: कमलनाथ-दिग्विजय पर बरसे CM शिवराज, बोले- आपने पाप किया, किसानों का हक छीना अब पश्चाताप करो

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Sonu Singh
Kisaan Sammelan: कमलनाथ-दिग्विजय पर बरसे CM शिवराज, बोले- आपने पाप किया, किसानों का हक छीना अब पश्चाताप करो

Image Source: Twitter@Office of Shivraj

CM Shivraj Singh Chouhan in Kisaan Sammelan: नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस (Congress) पर जमकर हमला बोला। बुधवार को जबलपुर में आयोजित किसान सम्मेलन के दौरान सीएम शिवराज ने कहा, विपक्षी दल के सभी नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चुनावों में नहीं हरा पा रहे हैं। उनकी लोकप्रियता का मुकाबला इनसे नहीं हो पा रहा है इसलिए अब मजबूरी में झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है।

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राहुल को नहीं पता गुड़ गन्ने से बनता है या मशीन से- शिवराज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सीएम शिवराज ने कहा, राहुल गांधी ने अभी तक ठीक से कृषि कानूनों को पढ़ा ही नहीं है। उन्हें तो इस बात का भी नहीं पता कि गुड़ गन्ने से बनता है या मशीन से निकलता है और प्याज़ ज़मीन के अंदर होती है या बाहर होती है।

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दिग्गी राजा ने 10 साल तक जनता को प्यासा रखा- शिवराज
मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को घेरते हुए शिवराज सिंह ने कहा, दिग्गी राजा दस साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने विंध्य की धरा को सूखा रखने और यहां की जनता को प्यासा रखने का पाप किया। मालवा, चंबल और बुंदेलखंड को सूखा रखने का पाप कांग्रेस ने किया।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, 'कमलनाथ आज किसानों की बात करते हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब आप मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब फसल बीमा योजना की 2,200 करोड़ रुपए की राशि का प्रीमियम क्यों जमा नहीं किया था? आपने किसानों का हक़ छीना है, आप कैसे उनके हितैषी हुए?'

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पाप किए हैं तो पश्चाताप करो
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, जब हम शीश झुकाकर जनता को प्रणाम करते हैं तो कांग्रेस के लोग कहते है कि सीएम तो घुटना टेक है। यह घुटने मध्यप्रदेश की जनता के सामने टिकते हैं। यह सरकार सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल है, लेकिन गुंडा, माफियाओं के लिए बज्र से ज्यादा कठोर है। उन्होंने ये भी कहा, कमलनाथ जी के मन में आज-कल किसान प्रेम जाग गया है। वे कह रहे हैं कि हम किसानों के समर्थन में उपवास करेंगे। अगर उपवास रखना है तो पश्चाताप करो आप ने पाप किए हैं । कमलनाथ ने जो ब्याज़ की गठरी किसानों के सिर पर रखी है, उसको मैं किसानों के सिर से उतारुंगा।

किसानों के हित में हैं तीनों कृषि कानून
मुख्यमंत्री ने कहा, तीनों कृषि कानून किसानों के हित में है। मध्यप्रदेश और देश का किसान प्रधानमंत्री के साथ है। कांग्रेस के पाखंड को किसानों ने जान लिया है। अब विपक्षी दल किसानों को भ्रमित करने के अपने प्रयास में सफल नहीं हो सकेंगे। नया कृषि कानून किसान को उपज बेचने के लिए मंडी के अलावा और कई विकल्प दे रहा है। जहां अच्छी कीमत मिलेगी, किसान बेचेगा। इससे किसान को अधिक लाभ होगा, तो ऐसे में कांग्रेस क्यों दाल भात में मूसलचंद बनने की कोशिश कर रही है।

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