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हाइलाइट्स
- छिंदवाड़ा के कांग्रेस विधायक पर घोटाले का आरोप।
- कमलनाथ के करीबी हैं सौंसर विधायक विजय चौरे।
- पांढुर्ना बीजेपी जिलाध्यक्ष ने विधायक पर लगाए आरोप।
छिंदवाड़ा से अमित द्विवेदी की रिपोर्ट
Chhindwara Sausar Congress MLA Vijay Choure controversy: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। सौंसर से कांग्रेस विधायक और कमलनाथ के करीबी विजय चौरे पर बीजेपी ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं, बीजेपी का आरोप है कि विधायक विजय चौरे ने स्वेच्छानुदान में भ्रष्टाचार किया है, उन्होंने अपनी स्वेच्छानुदान निधि का गलत इस्तेमाल करते हुए अपने निजी सहायक (PA), उनकी पत्नी, भाई एवं और परिवार के सदस्यों के खातों में नाम बदल-बदलकर लाखों रूपए आवंटित कराए हैं।
बीजेपी का दावा है कि यह रकम लाखों रुपए की है। आरोपों के मुताबिक यह राशि जनता के हितों के लिए न होकर, निजी हितों के लिए खर्च की गई। वहीं विधायक ने खुद को निर्दोष बताते हुए आरोप खारिज किए हैं और जांच की मांग की है।
सौंसर विधायक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
छिंदवाड़ा की सौंसर विधानसभा से कांग्रेस विधायक विजय चौरे एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। नए बने जिले पांढुर्णा की बीजेपी ने विधायक पर स्वेच्छा अनुदान (वॉलंटरी ग्रांट) निधि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। बीजेपी का आरोप है कि स्वेच्छानुदान मद में सेंध लगाकर और अपने चहेतों के बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया, इस तरह 20 लाख का घोटाला किया गया है। BJP के इन आरोपों के बाद छिंदवाड़ा में राजनीतिक भूचाल आ गया है।
बीजेपी का दावा: ₹20 लाख का हुआ घोटाला
पांढुर्णा बीजेपी के जिला अध्यक्ष संदीप मोहोड़ ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि विधायक विजय चौरे ने जनता के हित के लिए निर्धारित स्वेच्छा अनुदान राशि को परिचित लोगों के खातों में ट्रांसफर कराकर लगभग ₹20 लाख का घोटाला किया है। विधायक ने जनता के हित में दी जाने वाली इस राशि को अपने निजी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया। बीजेपी के अनुसार, पिछले 13 महीनों में ₹17,50,000 तक की राशि विधायक के निकट लोगों के खातों में भेजी गई।
स्वेच्छानुदान निधि का जमकर दुरुपयोग
बीजेपी जिला अध्यक्ष संदीप मोहोड़ के आरोप हैं कि इस धनराशि का लाभ विधायक के निजी सहायक (PA) चंद्रशेखर गणोरकर, उनकी पत्नी नीलिमा गणोरकर, भाई अनिल गणोरकर और अन्य परिवारिक सदस्यों को हुआ। यह स्वेच्छानुदान निधि का दुरुपयोग करते हुए लाखों रुपए खातों में नाम बदल -बदलकर आवंटित करवाए गए हैं।
बीजेपी का कहना है कि कई दुकानदारों के खातों में भी भुगतान किया गया है, जैसे कि सीमेंट विक्रेताओं, मोबाइल दुकानदारों, खाद‑बीज की आपूर्तिकर्ताओं आदि को। कुछ लेन‑देने मध्यप्रदेश के बाहर महाराष्ट्र सहित अन्य जिलों में भी किए गए हैं। जो नियम विरुद्ध है।
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मामले को लेकर जल्द शिकायत करेगी बीजेपी
बीजेपी ने कांग्रेस विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि अब तक करीब 20 लाख रुपए की अनियमितताएं सामने आ चुकी हैं। उन्होंने चेतावनी दी, "यह तो केवल शुरुआत है, आने वाले दिनों में इससे भी बड़े और चौंकाने वाले खुलासे होंगे। जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।" संदीप मोहोड़ ने यह भी बताया कि बीजेपी इस पूरे मामले को जल्द ही राज्य के उच्च स्तर पर उठाएगी और शिकायत दर्ज कराई जाएगी, ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
विधायक बोले- मैं निर्दोष हूं, आरोप गलत
उधर, इन घोटाले के गंभीर आरोपों पर कांग्रेस विधायक विजय चौरे का भी बयान सामने आया है। विधायक चौरे ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से नकारा है। उनका कहना है कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। उन्होंने चुनौती दी है कि यदि आरोप सत्य हैं, तो बीजेपी शासन वाली सरकार जांच करवा सकती है। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। चौरे ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि इस तरह के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कोई गड़बड़ी नहीं की है।
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