Advertisment

MP Bus Operators Strike: एमपी में सोमवार से बंद रहेंगी बस सेवाएं, हड़ताल पर रहेंगे निजी बस ऑपरेटर, जानिए क्यों

MP Bus Operators Strike: मध्यप्रदेश में यात्री बसों के अस्थाई परमिट पर रोक लगा दी गई है। इसके विरोध में बस ऑपरेटर सोमवार व मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे।

author-image
Kushagra valuskar
MP Bus Operators Strike: एमपी में सोमवार से बंद रहेंगी बस सेवाएं, हड़ताल पर रहेंगे निजी बस ऑपरेटर, जानिए क्यों

MP Bus Operators Strike: मध्यप्रदेश में यात्री बसों के अस्थाई परमिट पर रोक लगा दी गई है। इसके विरोध में बस ऑपरेटर सोमवार व मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। इंदौर, जबलपुर और अन्य जिलों में बस नहीं चलेंगी।

Advertisment

बस ऑपरेटरों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो हड़ताल अनिश्चितकालीन हो सकती है। भोपाल के बस स्टैंड नादरा, आईएसबीटी और हलालपुर से बसों का संचालन नहीं होगा। परिवहन विभाग ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश पर अस्थाई परमिट पर रोक लगाई गई है। अस्थाई परमिट खास परिस्थितियों में दिया जाएगा।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद समस्या बढ़ी

बता दें 1 जनवरी को उच्च न्यायालय ने यात्री बसों को अस्थाई परमिट देने पर बैन लगा दिया था। अब जरूरत पर अस्थायी परमिट जारी किए जा रहे हैं। इसके बाज राजधानी में 250 और प्रदेश में चार हजार बसों का संचालन ठप हो गया।

कई लोग बेरोजगार हुए- बस ऑपरेटर

बस ऑपरेटरों ने कहा कि जब तक स्थायी परमिट जारी नहीं किए जाते, तब तक अस्थाई परमिट ही दिए जाएं। अस्थायी परमिट नहीं मिलने से चालक, परिचालक और हेल्पर की नौकरी चली गई है। बस ऑपरेटर प्रतिनिधि गोपाल पैगवार ने कहा, 'जनवरी के लिए टैक्स डिपॉजिट कर दिया है, लेकिन हमें परमिट जारी नहीं किया गया।'

Advertisment

अस्थायी परमिट पर क्यों की गई सख्ती

ऑपरेटर्स ने परिवहन विभाग को अपनी परेशानी बता दी है। अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। राज्य में कई सालों से अस्थाई परमिट के नाम पर धांधली चल रही थी। शासन द्वारा जारी किए गए निर्देश में लिखा गया कि मोटर यान अधिनियम की धारा 87 (1) सी के प्रावधानों के तहत विशेष परिस्थितियों के लिए अस्थायी परमिट जारी किए जाएंगे।

विभाग द्वारा परीक्षण के बिना ही अस्थायी परमिट जारी किए जा रहे थे। हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने कहा कि अस्थायी परमिट देना नियम बन गया है। पूरे सिस्टम में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। यह परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव की जिम्मेदारी है कि सिस्टम में फैली मनमानी को दूर करें।

यह भी पढ़ें-

MP Board Exam: एमपी बोर्ड ने 10वीं-12वीं के छात्रों को दी खुशखबरी! फेल हुए तो नो टेंशन, नई व्यवस्था जानकर झूम उठेंगे

Advertisment

मां ने बेटे को किया कैद, 7 साल बेड़ियों से बांधकर रखा, एनजीओ ने छेनी-हथौड़े से जंजीर काटकर किया रेस्क्यू

hindi news MP news bus operator strike mp bus operator strike
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें