भोपाल। कोरोना महामारी की दस्तक के बाद सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों की पढ़ाई का हुआ है। बीते सत्र में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण बोर्ड परीक्षाएं आयोजित नहीं की गईं थीं। अब इस साल कोरोना की संभावित तीसरी लहर टलते दिखने के बाद माध्यिमक शिक्षा मंडल ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही इस सत्र में होने वाले पेपर्स का पैटर्न भी बदल दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल (मध्यप्रदेश बोर्ड) ने सिलेबस में 30 फ़ीसदी की कटौती कर दी है। अब सभी विषयों के 40 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपनी वेबसाइट पर दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षाओं को लेकर ब्लूप्रिंट भी ऑनलाइन जारी कर दिया है। दरअसल कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर की आशंका के चलते इस साल का कक्षाएं अगस्त माह से लगीं थीं। इस कारण चालू शिक्षा सत्र में करीब 140 दिन ही कक्षाएं ही लग पाएंगी। जबकि सामान्य शिक्षा सत्र में करीब 230 दिन से ज्यादा स्कूली छात्रों की कक्षाएं लगाईं जाती हैं। इसी वजह से पाठ्यक्रम में कटौती कर इस बार प्रश्न पत्र तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस सत्र में परीक्षाएं फरवरी माह में ही आयोजित की जाएंगी।
इन विषयों के घटाए चेप्टर…
बता दें कि कक्षाओं की संख्या को देखते हुए कक्षा दसवीं के अंग्रेजी समेत अन्य विषयों का सिलेबस कम किया गया है। अंग्रेजी विषय में 10 अध्याय कम कर दिए गए हैं। वही हिंदी में 9 अध्याय घटाए गए हैं। इसके अलावा गणित में 10 और सामाजिक विज्ञान में अभी 10 अध्याय घटा दिए गए हैं। बारहवीं की हिंदी में 07,अंग्रेजी में 05 और संस्कृत से 02पाठ हटा दिए गए हैं। 12वीं में केमिस्ट्री(रसायनशास्त्र) में सबसे ज्यादा लेसन कम किए गए हैं। केमिस्ट्री में 17 चेप्टर तो बायोलॉजी विज्ञान में करीब 03 और गणित के 10 चैप्टर हटा दिए गए हैं। बता दें कि विषयों से सिलेबस घटाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों पर अतरिक्त बोझ नहीं डालना है।