हाइलाइट्स
-
बालाघाट में बीजेपी विधायक ने पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा
-
झोलाछाप डॉक्टरों पर हो रही कार्रवाई का किया विरोध
-
सीएम मोहन यादव ने 15 जुलाई को दिया था आदेश
MP News: बालाघाट जिले के लांजी से बीजेपी विधायक ने अपनी ही सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोला है. यहां विधायक राजकुमार कर्राहे ने सीएम मोहन यादव के उस फैसले का विरोध किया है. जिसमें कहा गया है कि प्रदेश के सभी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई हो. विधायक ने ये तक कह दिया कि यदि झोलाछाप या बिना डिग्री-डिप्लोमा के इलाज कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन लिया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा और इसके परिणाम भुगतने होंगे.
सीएम मोहन यादव ने 15 जुलाई को दिया था आदेश
एमपी के सीएम मोहन यादव ने 15 जुलाई को एक आदेश जारी किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि इसमें कहा गया था कि गैर मान्यता वाले व्यक्तियों और गांव-गांव में प्रैक्टिस कर रहे झोलाछाप लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ऐसे लोगों को चयनित कर उनके क्लिनिक भी सील किए जाएं.
अब बीजेपी विधायक ने ही खोला मोर्चा
बीजेपी विधायक ने आदेश के खिलाफ मोर्चा खोला है. दरअसल सीएम के आदेश के बाद बालाघाट जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई थी. एसडीएम प्रदीप कौरव, बीएमओ प्रदीप गेडाम और टीम ने विशेषज्ञ पैथालॉजिस्ट के बिना चल रही दो पैथोलॉजी लैब और बिना अनुमति ऐलोपैथिक दवा लिख रहे दो क्लिनिक को नोटिस जारी किया था.
MLA से मिलने पहुंचे झोलाछाप डॉक्टर
नोटिस के बाद गांवों में प्रैक्टिस कर रहे 100 से ज्यादा डॉक्टर और पैथोलॉजिस्ट मंगलवार को विधायक कर्राहे के निवास स्थान पर पहुंचे. उन्होंने कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की. उनसे बातचीत के बाद कर्राहे ने सरकार के आदेश के खिलाफ बोलते हुए कहा कि अगर एक्शन लिया तो मुझसे बुरा न को नहीं होगा. साथ यदि एक्शव लिया गया तो इसके परिणाम भी भुगतान
सरकारी भर्तियों में धांधली का आरोप भी लगाया था
इससे पहले 13 जुलाई को विधायक कर्राहे ने आउटसोर्सिंग के जरिए की जा रही सरकारी भर्तियों में धांधली का आरोप लगाया था. उन्होंने सरकारी सिस्टम पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि रोजगार पाने के लिए नौजवानों को रिश्वत देनी पड़ रही है. इतना ही नहीं, जब नौकरी मिल जाती है तो उसमें भी पूरी तनख्वाह नहीं देते. बतौर कमीशन हर महीने एक फिक्स रकम काटते रहते हैं.