हाइलाइट्स
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केंद्र सरकार की रिपोर्ट पर बैठाई गई जांच
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पीएचई के ENC ने मंत्री उइके के खिलाफ बैठाई जांच
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उइके बोलीं- मैं बिलकुल सही, सांच को आंच नहीं
MP BJP Minister Corruption: मप्र में जल जीवन मिशन के नाम पर 1000 करोड़ रुपए की कमीशन वसूली मामले में अब पीएचई मंत्री संपतिया उइके का बयान आया है। उन्होंने कहा, वे बिल्कुल सही हैं, सांच को आंच नहीं…। जिस तरह से जांच करें, मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मेरी सच्चाई मुख्यमंत्री बताएंगे।
इस मामले में मंगलवार, 1 जुलाई को मोहन कैबिनेट में भी चर्चा हुई। अब मंत्री के समर्थन में डिप्टी सीएम राजेंद्र कुमार शुक्ल ने बड़ा बयान दिया है। शुक्ल ने कहा, अपने ही विभाग की मंत्री के खिलाफ जांच बैठाने वाले पीएचई विभाग के प्रमुख अभियंता (Engineer in Chief) के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा, इस मामले में सरकार निर्णय लेगी।
यहां बता दें, पूर्व विधायक किशोर समरीते ने एक शिकायत में दावा किया है कि महिला मंत्री संपतिया उइके ने जल जीवन मिशन से 1000 करोड़ रुपए की कमीशन वसूल की है। साथ ही तत्कालीन प्रमुख अभियंता बीके सोनगरिया और उनके अकाउंटेंट महेंद्र खरे पर भी करोड़ों रुपए की घूसखोरी के आरोप लगाए गए हैं।
शुक्ल ने कहा- मंत्री की छवि खराब करने का प्रयास
डिप्टी सीएम शुक्ल ने यह भी कहा, किसी आरोप के मामले में संज्ञान लेकर जांच कराने से प्रशासनिक कसावट की स्थिति बनती है लेकिन यह भी जरूरी है कि आरोप लगाने वाले को भी ध्यान में रखना चाहिए कि वह कितना गंभीर व्यक्ति है? शुक्ल ने कहा कि मंत्री की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है जो निंदनीय है।
मंत्री की जांच के आदेश कौन दे सकता है ?
मंत्री की जांच के आदेश कौन दे सकता है, अगर उस तरह की कोई मिस्टेक हुई है तो कार्रवाई जरूर होगी। ऐसी मंत्री पर आरोप लगाया है जिसका राजनीतिक बैकग्राउंड अच्छा है। लगन के साथ काम कर रही हैं। विधानसभा में बजट प्रस्ताव के दौरान सभी ने उन्हें बधाई दी है। आदिवासी मंत्री को टारगेट करना निंदनीय है और आधारहीन आरोप छवि खराब करने वाला है।
मंत्री संपतिया बोलीं, मैं बिल्कुल सही हूं, सांच को आंच नहीं…
मंत्री संपतिया ने कहा, मैं बिल्कुल सही हूं। सांच को आंच नहीं, जिस तरह से जांच करें, मुझे कोई दिक्कत नहीं है। गरीब मजदूर वर्ग से आई हूं और जनता की सेवा कर रही हूं। जिस तरीके से प्रताड़ना की जा रही है, वह मुख्यमंत्री को पता है और मुख्यमंत्री इसका जवाब देंगे।
इंजीनियरों पर लगे आरोपों पर उइके ने कहा, वे इस संबंध में सबसे अलग से बात करेंगी और फिर सारी जानकारी देंगी। अगर किसी के विरुद्ध शिकायत हुई है तो उसकी जांच होती है और वही हुआ है।
पीएचई के ENC ने कराई है जांच
पीएचई विभाग की मंत्री संपतिया उइके के खिलाफ यह जांच उन्हीं के प्रमुख अभियंता ने बैठाई है। यह जांच प्रधानमंत्री को की गई शिकायत के बाद केंद्र सरकार द्वारा मांगी गई रिपोर्ट के बाद बैठाई गई। प्रमुख अभियंता कार्यालय ने सभी मुख्य अभियंता पीएचई और परियोजना निदेशक मप्र जल निगम को इस मामले में पत्र लिखकर सात दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा था।
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