भोपाल। MP Bhopal Metro Train : मंत्री भूपेद्र सिंह ने आज 13 मार्च को सुबह अलस्ट्रॉम की मेट्रो कोच निर्माण यूनिट का वर्चुअल उदघाटन किया। इस अवसर पर मंत्री भूपेद्र सिंह ने कहा कि भोपाल मेट्रो परिचालन की दिशा में एक कदम और उठाया गया। अलस्ट्रॉम की मेट्रो कोच निर्माण यूनिट का आज वर्चुअल उदघाटन किया। यहाँ भोपाल मेट्रो के लिए कोच बनेंगे। शिवराज की सरकार अपने नगरों का विकास वैश्विक मापदंडों के आधार पर करने को अग्रसर है।
एमपी Madhya Pradesh में मेट्रो का सपना जल्द पूरा होने वाला है। जी हां ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि 31 अगस्त 2023 तक भोपाल शहर में पहली मेट्रो से सफर शुरू हो जाएगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। आपको बता दें भोपाल Bhopal और इंदौर Indore में चलने वाली मेट्रो में जो कोच लगेंगे उसके के लिए भारत में भी प्लांट तैयार किया गया है। जी हां गुजरात के बड़ोदरा स्थित सावली में मेट्रो निर्माण के लिए अल्सटाम ट्रांसपोर्ट इंडिया कारखाना लगाने जा रहा है। इसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित —
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बड़ोदरा में मेट्रो कोच यूनिट का वर्चुअली शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कंपनी को बड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने मेट्रो के चलाने को लेकर डेडलाइन तय कर दी है। उन्होंने सख्त लहजे में कह दिया है कि 31 अगस्त तक इसका ट्रायल पूरा करना है।
शुरू हो जाएगा निर्माण — MP Bhopal Metro Train
आपको बता दें आज गुजरात में कारखाने के शुभारंभ के बाद इसका मेट्रो ट्रेन का निर्माण शुरु कर दिया जाएगा। जिसके बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। कि 31 अगस्त 2023 तक भोपाल व इंदौर में एक-एक मेट्रो ट्रेन की आपूर्ति शुरु कर दी जाएगी। इसको लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भोपाल व इंदौर के मेट्रो कोच अगस्त तक आ जायेंगे। प्रदेश के इन दोनों महानगरों में सितंबर 2023 में मेट्रो का ट्रायल रन प्रारम्भ हो जाएगा। 2 साल कोरोना जैसी महामारी के बावजूद भी हम मेट्रो परिचालन की समय सीमा के निकट ही हैं। यह हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का द्योतक है।
इतनी होगी रफ्तार — MP Bhopal Metro Train
आपको बता दें भोपाल Bhopal व इंदौर में मेट्रो ट्रेन की रफ्तार 90 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। बता दें कि इसके लिए मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी 12 मार्च यानि रविवार को ही सावली पहुंच गए थे। जिसके बाद आज मंत्री भूपेंद्र सिंह सोमवार को सावली स्थित मेट्रो संयंत्र पहुचेंगे। जहां सुबह 9 से 11 बजे तक विधिवत पूजन के बाद उत्पादन संयंत्र का शुभारंभ करेंगे।
मेड इन इंडिया होंगे कोच — MP Bhopal Metro Train
आपको बता दें यहां शुरू होने वाली मेट्रो मेड इन इंडिया Made In India होंगे। जी हां इन दोनों शहरों में चलने वाली मैट्रो में लगने वाले कोच भारत में ही तैयार किए जाएंगे। जिसके लिए गुजरात Gujrat के बड़ौदरा Vadodara में प्लांट लगाया गया है। इसकी शुरुआत सोमवार यानि 13 मार्च को नगरी विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह शुभारंभ करेंगे।
यहां से डिब्बे तैयार होकर आएंगे — MP Merto News
चुनावी साल में बीजेपी कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती। ऐसे में Indore Metro इंदौर —भोपाल Bhopal Metro में दौड़ने वाली मेट्रो के लिए लगने वाले डिब्बे अब देश के बाहर नहीं। बल्कि भारत में ही बनकर तैयार होंगे। यानि ये अब मेड इन इंडिया होंगे। इसके लिए गुजरात के बड़ोदरा को चुना गया है। जहां पर इसकी यूनिट का शुभारंभ 13 मार्च यानि आज मंत्री भूपेंद्र सिंह Bhupendra Singh करने जा रहे हैं। यहां पर डब्बे तैयार होकर भोपाल और इंदौर आएंगे।
ये कंपनी करेगी तैयार — MP Merto News
आपको बता दें गुजरात के बड़ोदरा में शुरू होने वाले इस प्लांट में तैयार होने वाले डिब्बों को फ्रांस की कंपनी एल्सटॉम ट्रांसपोर्ट इंडिया लिमिटेड Alstom Transport India Limited द्वारा तैयार किए जाएंगे। इसके लिए कंपनी द्वारा पहले ही करार किया जा चुका है। भारत में ही इन्हें तैयार किए जाने से ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही ये प्रदेश में दौड़ने लगेगी।
इतना हुआ ट्रैक का काम — MP Merto News
आपको बता दें दोनों ही शहरों में मेट्रो ट्रैक का काम तेजी से चल रहा है। भोपाल में 6.22 किलोमीटर तो इंदौर में 5.9 किलोमीटर लंबे रूट पर इसका पहले फेज है। भोपाल में सरकार ने सितंबर तक मेट्रो दौड़ाने और इंदौर में ट्रायल का टारगेट रखा है। यानी चुनाव से पहले प्रदेश में मेट्रो दौड़ जाएगी ऐसी पूरी उम्मीद है।
इस दिन से दौड़ेगी बिना ड्रायवर के —
एमडी मनीष सिंह द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार इंदौर मेट्रो अत्याधुनिक सिग्नलिंग तकनीक ग्रेड आफ आटोमेशन-4 और अनअटेंडड ट्रेन आपरेशन मोड (ड्राइवरलेस) पर आधारित होगी। इंदौर मेट्रो ड्राइवर- ट्रेन आपरेटर द्वारा चलाई जाएगी और 2 से 3 साल के बाद अनअटेंडड ट्रेन आपरेशन मोड में यानि बिना ड्राइवर-आपरेटर के इनका संचालन होगा। अत्याधुनिक टेलीकम्युनिकेशन (दूरसंचार) सिस्टम के तहत इमरजेंसी हेल्प पाइंट सिस्टम, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम, वायस रिकॉर्डिंग सिस्टम, सीसीटीवी आदि की सुविधा होगी।