भोपाल। MP Bhopal Cable Car News राजधानी भोपाल में बढ़ने ट्रेफिक को कम करने के लिए केबल कार चलाने का ऐलान तो सीएम पहले ही कर चुके हैं। लेकिन आज फिर उन्होंने केबल कार को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सड़कों पर ट्रैफिक के बोझ को कम करने के लिए हमारी कोशिश है कि रोप वे, केबल कार आदि का भी उपयोग करें। मैं चाहता हूं कि भोपाल में बड़े तालाब के एक सिरे से केबल कार चले और एयरपोर्ट पर उतार दे।
आपको बता दें बीते साल अगस्त में राजधानी में नगर निगम कार्यालय भोपाल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि भोपाल शहर में मेट्रो और बसें तो चलेंगी ही, साथ अब केबल कार के माध्यम से हवा में आवागमन की व्यवस्था का भी हमारा प्रयास हौ। जिससे राजधानी के नागरिक एक जगह से दूसरी जगह उड़ कर जा सकें।
क्या होती है केबल कार (What is Cable Car)
यात्रा की यह नवीन तकनीकि से विकसित एक प्रणाली है। इसमें एक ही खंबे पर दोनों तरफ के सफर के लिए तारों के ज़रिए केबल कारें को दौड़ाया जाता है।जब यह कार स्टेशन पर पहुंचती है तब यह खुद को तार से अलग कर के मुसाफ़िरों को उतारती है। फिर से तारों से जुड़कर आगे के सफर पर बढ़ जाती हैं। केबल कार कई प्रकार की होती है।कई केबल कार का फर्श शीशे का बना होता है। इसके आर-पार दिखता है। ऊंचाई पर बैठ कर नीचे देखना डराने वाला मंजर भी हो सकता है। अगर आसान शब्दों में कहें तो एक रोपवे लगातार घूमते रहने वाले सिद्धांत पर काम करता है। केबल से लगी ट्रॉली लगातार यात्रा करती रहती है।
केबल कार की रचना और फायदा MP Bhopal Cable Car News
रोपवे के दोनों छोरों पर यात्री इसमें सवार होते हैं और उतरते हैं। एरियल रोपवे में केबल पर स्पेशल ट्रॉलीनुमा कारें होती हैं, जिन्हें ओवरहेड केबल से लटका दिया जाता है और ये माल या यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक पहुंचाने के लिए लगातार चलती रहती हैं। ये केबल आमतौर पर स्टील के वायर से बनी होती हैं और बहुत ही मजबूत होती हैं, स्टेशनों को एक सीधी लाइन में जोड़ती हैं। जमीन के ऊपर परिवहन के साधनों में से यह एक ऐसा साधन है, जो हमें सड़क मार्ग पर लगने वाले ट्रैफिक से बचाता है।
कब और किसने की रोपवे की शुरुआत MP Bhopal Cable Car News
रोप वे यानी स्पष्ट है कि रस्सी के सहारे यात्रा का मार्ग। इसमें एक मजबूत हवाई केबल पर स्थिर इंजन या इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित होता है। इसका उपयोग यात्री और माल, दोनों तरह के परिवहन के लिए किया जाता है। केबल परिवहन की खोज 16 मार्च 1836 को लंदन में जन्में Andrew Smith Hallidie ने सन वर्ष 1873 में की थी।
सड़कों पर ट्रैफिक के बोझ को कम करने के लिए हमारी कोशिश है कि रोप वे, केबल कार आदि का भी उपयोग करें।
मैं चाहता हूं कि भोपाल में बड़े तालाब के एक सिरे से केबल कार चले और एयरपोर्ट पर उतार दे।:मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj #MPBudget2023 pic.twitter.com/qypJXpP608
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) March 10, 2023