हाइलाइट्स
- 5 साल की बच्ची का अपहरण कर रेप और हत्या कर दी गई थी
- दोषी को फांसी और उसकी मां- बहन को 2-2 साल की सजा सुनाई
- कोर्ट ने 6 महीने में सुनाया फैसला
Bhopal News: भोपाल के शाहजहांनाबाद इलाके में 5 साल की बच्ची के अपहरण, दुष्कर्म और जघन्य हत्या के आरोपी अतुल भालसे को कोर्ट ने मंगलवार को फांसी की सजा सुनाई है। वहीं, वारदात में दोषी का साथ देने वाली उसकी मां और बहन को भी दो-दो साल कैद की सजा सुनाई गई है।
विशेष न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल ने इस मामले में तीनों अरोपियों को दोषी ठहराया है। घटना 24 सितंबर 2024 की है। बच्ची का अपहरण कर युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी थी। बच्ची का शव उसी की मल्टी के एक बंद फ्लैट से बरामद किया गया था। पुलिस जांच में बच्ची की हत्या गला घोंटकर करना सामने आया था।
दोषी और उसकी मां-बहन को गिरफ्तार किया था
पुलिस ने गहन जांच के बाद फ्लैट में रहने वाले अतुल भालसे, उसकी मां बसंती बाई और बहन चंचल भालसे को गिरफ्तार कर लिया था। थाना शाहजहांनाबाद ने मामले की जांच पूरी करने के बाद 20 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में आरोप पत्र दायर किया था।
पुलिस ने आरोप पत्र के साथ डीएनए जांच रिपोर्ट, मेडिकल रिपोर्ट समेत अन्य दस्तावेज और पीड़िता के परिजन, चिकित्सकों और पुलिसकर्मियों सहित अन्य गवाहों की लिस्ट भी पेश की थी।
दोषी परिवार समेत बच्ची को तलाशने का नाटक करता रहा
घटना के बाद किसी को शक ना हो, इसलिए आरोपी अतुल बच्ची के परिजन के साथ उसे तलाशने का नाटक करता रहा। उनके साथ रहकर पुलिस की एक्टिविटी पर भी नजर रखे रहा। जब उसे यकीन हो गया कि वह बच नहीं पाएगा, तो अपने फ्लैट का ताला लगाकर फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस का शक और मजबूत हो गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद दोषी ने अपनी करतूत कबूल की।
फॉगिंग के दौरान बच्ची को फ्लैट में खींचा था
अतुल भालसे के खिलाफ खरगोन में पहले से छेड़खानी, चोरी जैसे 6 अपराध दर्ज हैं। उसकी पत्नी दो साल से अलग रह रही है। आरोपी ने पुलिस को बताया था कि फॉगिंग के दौरान हुए धुएं का फायदा उठाते हुए उसने बच्ची का मुंह बंद कर अपने फ्लैट में खींच लिया था।
रेप के बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। एक दिन तक शव कमरे में बिस्तर के बीच छिपाकर रखा। मक्खियां होने लगीं, तो बॉडी को पानी की टंकी में डाल आया।
जहां लाश मिली वहां से बच्ची का फ्लैट 8 फीट दूर
शाहजहांनाबाद इलाके के जिस फ्लैट से 5 साल की मासूम की लाश मिली थी, वह बच्ची के फ्लैट से महज 8 फीट दूर है। इसके बाद भी पुलिस लाश का पता नहीं लगा पा रही थी। जबकि, पुलिस लाश मिलने से दो बार पहले फ्लैट की तलाशी ले चुकी थी।
पुलिस को लाश की भनक इसलिए भी नहीं लगी, क्योंकि आरोपी लाश छिपाने की जगह पर फिनाइल का पोंछा लगाते रहे, ताकि बदबू बाहर न फैल सके।
ये भी पता चला कि जिस दिन बच्ची लापता हुई, उसके आधे घंटे के भीतर आरोपी ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी और लाश को बिस्तर के नीचे छिपा दिया था। हत्या से पहले आरोपी ने बच्ची के साथ रेप भी किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। आरोपी ने भी हत्या से पहले रेप करना कबूल किया।
ऐसे गायब हुई थी बच्ची
- 24 सितंबर 2024 को दोपहर 12 बजे पांच साल की बच्ची अपनी दादी के साथ बड़े पापा के फ्लैट पर थी। दरअसल, जिस मल्टी में वह रहती थी उसके दूसरे तल पर उसके बड़े पापा (ताऊ) का फ्लैट है।दादी ने उसे दोपहर में स्कूल की किताबें लाने भेजा बड़े पापा के फ्लैट पर भेजा था। उसी समय नगर निगम की टीम वहां फॉगिंग करने पहुंची थी।
- जब काफी देर बाद भी पोती नहीं लौटी तो दादी नीचे वाले फ्लैट पर पहुंची। फ्लैट पर ताला लगा था। दादी ने आसपास उसकी तलाश की। जानने वालों से पूछा, मगर कोई सुराग नहीं मिला।
- बच्ची के गायब होने की खबर मल्टी में रहने वालों को मिली, तो उन्होंने भी टीम बनाकर उसकी तलाश की। बच्ची के गायब होने की सूचना पाकर माता-पिता भी घर लौट आए थे।
- जब बच्ची का कहीं पता नहीं चला तो लोगों के साथ पिता शाहजहांनाबाद थाने पहुंचे और बच्ची के अपहरण का मामला दर्ज कराया।
100 पुलिसकर्मियों ने 36 घंटे तक की सर्चिंग
बच्ची के अचानक से लापता होने की खबर पाकर पुलिस भी सक्रिय हो गई थी। जैसे-जैसे समय गुजरता जा रहा था, पुलिस पर दबाव बढ़ता चला जा रहा था।
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर 5 थानों का बल और 100 पुलिसकर्मियों को बच्ची की तलाश में उतारा गया। पुलिस की टीम ने एक-एक फ्लैट की तलाशी ली।
आसपास के नाले और तालाब में भी सर्चिंग कराई। मल्टी के आसपास लगे सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले। किसी भी फुटेज में बच्ची बाहर निकलती हुई नहीं दिखी।
इसके बाद यह तय हो गया था कि बच्ची मल्टी के आसपास ही कहीं है। संदेह फॉगिंग करने वाली नगर निगम की टीम पर था। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, मगर कोई नतीजा नहीं निकला।
ऐसे बच्ची की लाश तक पहुंची पुलिस
बच्ची का परिवार जिस फ्लैट में रहता था, उसी के बगल में कॉलेज में पढ़ रहे दिनेश श्रीवास्तव का भी फ्लैट है। दिनेश ने बताया था 26 सितंबर की सुबह 10-11 के बीच में जब वह सो कर उठा, तो बाहर बरामदे से बदबू आ रही थी। मुझे लगा कि शायद मेरे घर में कोई चूहा मरा है। पूरे घर की सफाई की, मगर चूहा कहीं नहीं मिला।
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दिनेश ने आगे बताया कि मैंने सामने के फ्लैट वाली चाची से पूछा, उनके यहां भी कुछ नहीं था। इसके बाद आरोपी अतुल भालसे के घर गया। उस समय फ्लैट में अतुल की बहन चंचल भालसे थी। मैंने जब उससे बदबू के बारे में पूछा तो उसने बेहद रूखा सा जवाब दिया, फिर संभलते हुए बोली कि चूहा मरा है। मैंने फिनाइल का पोंछा लगाया है, कुछ देर बाद बदबू चली जाएगी।
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