Betul:बैतूल जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की पोल खुलने लगी है.जहां मूलभूत सुविधाएं नहीं होने की वजह से लोग भारी बारिश और उफनती नदियों के बीच अपनी जान दांव पर लगाने को मजबूर हो रहे हैं.दरअसल मामला चिचोली विकासखंड के बोड़ रैय्यत गांव का है.यहां एक महिला की अचानक तबियत बिगड़ने पर. ग्रामीणों ने महिला को बैलगाड़ी में उफनती नदी पार कराई.बता दें कि यहां पर भाजी नदी में आज तक पुल नहीं बना है.जिसके कारण ग्रामीणों को बारिश के दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.पंचायती राज मे विकास का फर्जीवाड़ा परत दर परत सामने आ रहा है। गांवों में मूल भूत सुविधाएं नहींहोने की वजह से भारी बारिश और उफनती नदियों के बीच ग्रामीणों कोअपनी जान दांव पर लगानी पड़ रही है।
मामला और विस्तार से
मामला है बैतूल जिले के चिचोली विकासखंड के बोड़ रैय्यत गांव का है। यहां भाजी नदी पर पुल नहीं है। शुक्रवार को गांव की महिला सुखमनी इवने की उल्टी-दस्त से तबीयत बिगड़ गई। नदी में बाढ़ होने के कारण परिवार वाले उसे अस्पताल नहीं ले जा पाए। रविवार को महिला की हालत और ज्यादा गंभीर हो गई, तब परिवार वालों ने महिला की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हुए हुए बैलगाड़ी से नदी पार करने का जोखिम उठाया। इस दौरान नदी में कमर तक पानी था लेकिन बाढ़ का तेज बहाव बह रहा था। ऐसे में ग्रामीणों ने महिला की जान बचाने खतरा उठाने की तैयारी की और बैलगाड़ी से चार लोगों ने नदी पार कर ली। शुक्र है कि महिला और उसके परिजन सकुशल नदी पार कर गए। यदि अचानक नदी में तेज बहाव आ जाता तो बैलगाड़ी में बैठे 4 लोगों के साथ साथ मवेशियों को भी नहीं बचाया जा सकता था।