Madhya Pradesh Indore Hospitals Ayushman Yojana Free Treatment Fraud Case: मध्यप्रदेश के चयनित निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के अंदर मरीजों का पूरी तरह से फ्री इलाज नहीं किया जा रहा। सिर्फ फ्री में इलाज का लालच देने के लिए इस योजना का इस्तेमाल किया जा रहा।
आयुष्मान भारत निरामयम योजना की शिकायत शाखा की जांच में इंदौर के कुछ निजी अस्पतालों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां मरीज फ्री में इलाज के लालच में पहुंचे, लेकिन फिर कुछ से मोटी रकम वसूली गई। शिकायत शाखा के महाप्रबंधक ने ऐसे 12 अस्प्तालों को नोटिस दिया हैं। जिनसे फ्री इलाज के बावजूद मरीजों से राशि लेने पर सात दिन में जवाब मांगा है।
65 निजी अस्पतालों की जांच
दरअसल, आयुष्मान भारत निरामयम योजना में फ्री इलाज का लालच देकर मरीजों से लाखों रुपए की वसूली की शिकायतें सामने आ रही थी, जिसके बाद इस योजना की भोपाल स्थित शिकायत शाखा से जांच टीमें इंदौर के 65 निजी अस्पतालों में पहुंची।
फ्री इलाज के लालच में भर्ती
अधिकांश निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के पैकेज डिसप्ले नहीं मिले। इंदौर में 12 ऐसे निजी अस्पताल सामने आए, जहां फ्री इलाज के लालच में मरीजों को भर्ती किया, लेकिन फिर उनका इलाज पैकेज से बाहर होने की बात की गई। इस तरह मरीजों से लाखों रुपए वसूले किए गए।
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जांच में ये आया सामने
वेदांता हॉस्पिटल: योजना के तहत 5 मरीजों का इलाज किया गया, लेकिन राजा नामक मरीज का पैर काटने (एम्पुटेशन) का ऑपरेशन हुआ, पर योजना का लाभ नहीं मिला। शुभलाल से तय फीस से ₹10,000 अधिक वसूले गए। 33 मरीजों के डिस्चार्ज के बाद भी बिल क्लेम नहीं किए गए। 4 मरीजों में आरती, नमोनारायण, मधुसूदन और कविता के नाम पर फर्जी बिलिंग उजागर हुई।
जूपिटर अस्पताल: मोहनलाल नाम के मरीज से ₹3 लाख की अवैध वसूली। गजानंद से ₹11 हजार लिए जाने की पुष्टि। मामले की जांच जारी।
इंदौर सिटी हॉस्पिटल: बायोमेडिकल वेस्ट सर्टिफिकेट की मियाद समाप्त पाई गई। मरीजों के दस्तावेज आयुष्मान पोर्टल पर अपलोड नहीं किए गए। कियोस्क सेंटर और योजना प्रचार सामग्री नहीं मिली।
कन्वेंशनल हॉस्पिटल लिमिटेड: एक मरीज से तय सीमा से अधिक शुल्क वसूला गया।
इंदौर ट्रामा सेंटर: अस्पताल परिसर में योजना से संबंधित कोई सूचना बोर्ड या प्रचार सामग्री नहीं लगाई गई थी।
वी-1 अस्पताल: मोहनलाल नामक मरीज से ₹29,750 की अवैध वसूली की गई।
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