MP Guest Faculty Issue: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अतिथियों को रिझाने के लिये की गई महापंचायतें अब सरकार के लिए सिरदर्द बनती जा रही है।
महापंचायत की घोषणाओं को लेकर पहले से ही प्रदेशभर का अतिथि शिक्षक आंदोलनरत है। अब कॉलेजों में पढ़ाने वाले अतिथि विद्वान भी इसे लेकर मोर्चा खोलने वाले हैं। इसे लेकर अतिथि विद्वान राजधानी भोपाल में 16 अक्टूबर को बड़ा आंदोलन कर सकते हैं।
अतिथियों की तरह महापंचायत में की गई घोषणा
सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों की तरह सरकारी कॉलेजों में पढ़ाने वाले अतिथि विद्वानों के लिए भी सितंबर 2023 में सीएम हाउस में महापंचायत की गई।
16 अक्टूबर को आंदोलन: अतिथियों के बाद अब विद्वान पूछेंगे सरकार से सवाल, महापंचायत की घोषणाएं क्यों नहीं हुई पूरी?
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11 सितंबर 2023 को आयोजित इस महापंचायत में अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं की। अतिथि शिक्षकों की तरह से अतिथि विद्वानों के लिये भी की गई घोषणाएं जमीन पर नहीं उतर सकी।
महापंचायत की घोषणाएं और वर्तमान स्थिति
घोषणा एक: भर्ती परीक्षा में 10% तक अधिभार दिया जाएगा।
हकीकत: अतिथि विद्वानों को प्रतिवर्ष 4 एवं अधिकतम 20 अंक दिए जाते हैं, जिसे बढ़ाकर 10% तक अंक दिए जाने की व्यवस्था की बात कही गई थी, लेकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
घोषणा दो: जो लंबे समय से काम कर रहे, उन्हें बाहर नहीं किया जाएगा।
हकीकत: इस घोषणा पर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। अभी भी अतिथि विद्वानों की नौकरी पर हमेशा तलवार लटकी रहती है। जबकि बात फॉलेन आउट को इन करने तक की थी।
घोषणा तीन: सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में 25 फीसदी रिजर्वेशन देंगे।
हकीकत: सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा में 25 फीसदी रिजर्वेशन की बात कही गई थी। 5 अक्टूबर को इस संबंध में आदेश भी विभाग ने निकाला, लेकिन ये एमपीपीएससी की भर्ती में लागू ही नहीं हुआ।
घोषणा चार: सरकारी कर्मचारी की तरह अवकाश की सुविधा मिलेगी।
हकीकत: केवल आकस्मिक अवकाश की सुविधा दी गयी। 13 सीएल और 3 एच्छिक अवकाश मिले, जबकि घोषणा की मूल भावना चिकित्सा अवकाश को शामिल करना था। इस पर कोई बात ही नहीं हुई।
घोषणा पांच: मानदेय के स्थान फीक्स वेतन 50 हजार रुपये तक मिलेगा।
हकीकत: अतिथि विद्वानों के लिए फीक्स वेतन 50 हजार रुपये करने की जगह प्रतिदिन 500 रुपये बढ़ाकर मानदेय 2000 रुपये कर दिया गया। इसमें भी अधिकतम सीमा 50 हजार कर दी।
घोषणा छह: सत्र में एक बार ट्रांसफर की सुविधा मिलेगी।
हकीकत: रीलोकेशन को लेकर हाल ही में कलेंडर जारी किया गया है। कुछ अतिथि विद्वानों ने इस पर आपत्ति उठाते हुए कहा है कि इससे उन्हें ज्यादा फायदा नहीं होने वाला है।
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16 अक्टूबर को भोपाल में आंदोलन!
16 अक्टूबर को राजधानी भोपाल में अतिथि विद्वान अपनी मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन कर सकते हैं। माना जा रहा है कि इसे लेकर सिर्फ औपचारिक घोषणा होना भर शेष रह गई है।
आंदोलन भोपाल के नीलम पार्क में हो सकता है। बता दें कि महापंचायत की घोषणाएं पूरी करवाने की मांग को लेकर अतिथि विद्वान कई बार ज्ञापन दे चुके हैं।