MP Atithi Shikshak: राजधानी भोपाल में महाआंदोलन करने के बाद भी अतिथि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। अतिथि शिक्षक फिर आंदोलन की राह पर हैं। वे अब 18 सितंबर को DPI में ताला लगाएंगे।
2 दिन बीतने के बाद भी DPI ने जारी नहीं किया आदेश
बोर्ड क्लास नहीं पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों का भी रिजल्ट खराब बता दिया गया है। 30 फीसदी से कम रिजल्ट होने से वे पोर्टल पर जॉइन नहीं कर पा रहे हैं। DPI ने खराब रिजल्ट वाले अतिथि शिक्षकों भी जॉइन कराने का वादा किया था। 2 दिन बीतने के बाद भी DPI ने कोई आदेश जारी नहीं किया है। अतिथि शिक्षकों ने फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है।
सरकारी टीचर्स की गलती, भुगत रहे अतिथि शिक्षक
अतिथि शिक्षक ललित चौरासे ने बताया कि जब अतिथि शिक्षक का रिजल्ट आया तो उनका 10वीं क्लास का रिजल्ट 30 प्रतिशत से कम दिखाया गया। उनका कहना है कि उन्होंने कभी 10वीं क्लास पढ़ाई नहीं है। वे 6वीं से 8वीं क्लास पढ़ाते हैं। ललित चौरासे 5 अगस्त को भोपाल DPI आए और शिकायत की। उनसे प्रिंसिपल और DO का लेटर लाने को कहा गया। जांच पड़ताल में सामने आया कि 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट गर्वमेंट टीचर का है, ललित चौरासे का रिजल्ट 90 प्रतिशत से ज्यादा है। ऑनलाइन पोर्टल पर भी सरकारी टीचर का नाम है, फिर भी DPI में ललित चौरासे की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ये हैं अतिथि शिक्षकों की मांग
अतिथि शिक्षक परेशान, नहीं सुन रहा DPI
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि मध्यप्रदेश के हर जिले के अतिथि शिक्षक परेशान हैं। पोर्टल में काफी समस्याएं हैं। अधिकारी बात सुनने को राजी नहीं हैं। कई टीचर्स ऐसे हैं जिन्होंने बोर्ड क्लास पढ़ाई नहीं हैं, उनका रिजल्ट भी खराब दिखाया जा रहा है। ये रिजल्ट सरकारी टीचर्स का है। अतिथि शिक्षकों का रिजल्ट खराब नहीं है। हमें आश्वासन दिया गया था कि 2-3 दिन में समस्याओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन अब तक समस्याएं जस की तस हैं। अब अतिथि शिक्षक (MP Atithi Shikshak) 18 सितंबर को DPI की घेराबंदी करेंगे और ताला लगाएंगे।
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