Anubhav Dubey Chai Sutta Bar Success Story : मध्य प्रदेश के रीवा जिले से ताल्लुक रखने वाले अनुभव दुबे की सफलता की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। जहां एक तरफ उनके पिता चाहते थे कि बेटा UPSC पास कर IAS बने, वहीं अनुभव ने अपनी किस्मत खुद लिखी और अब वो “चाय सुट्टा बार” (Chai Sutta Bar) नाम की 150 करोड़ की कंपनी के को-फाउंडर हैं।
IAS बनने दिल्ली आए थे, चाय बेचने इंदौर लौटे
अनुभव दुबे (Anubhav Dubey Success Story) एक साधारण व्यापारी परिवार से आते हैं। B.Com के बाद UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली गए, लेकिन वहां उन्हें कई असफलताओं का सामना करना पड़ा। तभी उनके कॉलेज के दोस्त आनंद नायक ने चाय की दुकान खोलने का आइडिया दोहराया। कुछ ही दिनों में अनुभव ने दिल्ली छोड़ दी और इंदौर लौट आए।
साल 2016 में सिर्फ 3 लाख रुपये लगाकर इंदौर के भंवरकुआं में उन्होंने चाय की दुकान खोली। नाम रखा – Chai Sutta Bar…। हालांकि, ‘सुट्टा’ शब्द के कारण नारकोटिक्स विभाग ने दो बार छापेमारी की, लेकिन हर बार उन्हें क्लीन चिट मिली। दुकान में सिर्फ चाय, कुल्हड़ और फास्ट फूड ही मिलता है – कोई तंबाकू या नशा नहीं।
हर दिन बिकते हैं 80,000 कुल्हड़ चाय
आज चाय सुट्टा बार के देश के 195 शहरों में 400 से ज्यादा आउटलेट हैं। सिर्फ भारत में ही नहीं, दुबई, नेपाल, ओमान, UK और कनाडा में भी इनकी दुकानें चल रही हैं। हर दिन करीब 80,000 कुल्हड़ों में चाय बिकती है, जिससे कंपनी का सालाना टर्नओवर 150 करोड़ के पार पहुंच चुका है।
इंजीनियर, MBA और दिव्यांगों को दी नौकरी
चाय सुट्टा बार में 1500 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें इंजीनियर, MBA प्रोफेशनल्स और दिव्यांग लोग शामिल हैं। महिला कर्मचारियों को पीरियड लीव देने की अनोखी पहल ने भी इस कंपनी को युवाओं के बीच खास पहचान दिलाई।
COVID के नुकसान के बाद भी नहीं मानी हार
COVID-19 के दौरान जब कंपनी को 3 करोड़ का नुकसान हुआ, तब भी अनुभव ने हार नहीं मानी। उन्होंने पुलिस और मेडिकल वर्कर्स को मुफ्त चाय दी, सोशल मीडिया से लोगों से जुड़े रहे और जैसे ही हालात सामान्य हुए, कंपनी फिर से खड़ी हो गई।
अनुभव दुबे (Anubhav Dubey Success Story) अब Kaffee-La, Maatea और Tech Master Gogo जैसे अन्य ब्रांड्स से भी जुड़े हुए हैं। उनकी खुद की नेटवर्थ लगभग 10 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनका कहना है, “मैं 9-5 की नौकरी वाली टीम नहीं, जुनून से भरी टीम बनाना चाहता हूं।”
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