MP Akansha Yojana: महंगाई के इस दौर में उच्च शिक्षा हासिल करना बहुत मुश्किल हो गया है। मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए अच्छे कॉलेज में एडमिशन के लिए एंट्रेस एग्जाम देना पड़ता है। जिसकी तैयारी के लिए विद्यार्थियों को कोचिंग संस्थाओं में मोटी फीस भरनी पड़ती है।
आकांक्षा योजना के तहत आसान होगी तैयारी
लेकिन, बता दें कि सरकार की ये योजनाएं विद्यार्थियों की राह आसान कर रही हैं। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से संचालित आकांक्षा योजना के जरिए बिना पैसे खर्च किए निजी कोचिंग संस्थाओं में विद्यार्थी न सिर्फ तैयारी कर पाएंगे, बल्कि रहने खाने की भी व्यवस्था मिलेगी।
ये जगहों को चुना गया है कोचिंग के लिए
योजना के तहत 2024-25 में राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा से 400 विद्यार्थियों का चयन जेईई के लिए किया जाएगा। जेईई की कोचिंग भोपाल, नीट की कोचिंग इंदौर एवं क्लैट की कोचिंग के लिए जबलपुर को चुना है।
इनमें 200-200 विद्यार्थियों को चुना जाएगा। चयनित विद्यार्थियों को कोचिंग सेंटर पर भी आवासीय सुविधा दी जाएगी। तैयारी के लिए पुस्तकें, स्टेशनरी दी जाएंगी। विद्यार्थियों को टेबलेट भी दिया जाएगा।
ये विद्यार्थी कर सकते हैं आवेदन
योजना का लाभ लेने के लिए 10वीं में अध्ययनरत अनुसूचित जनजाति वर्ग के इच्छुक विद्यार्थियों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। आवेदक विद्यार्थियों का कोचिंग संस्था द्वारा ली गई प्रवेश परीक्षा में मिले प्राप्तांकों के आधार पर मेरिट पर वांछित कोचिंग के लिए चयन किया जायेगा।
इच्छुक विद्यार्थी विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.tribal.mp.gov.in/MPTAAS पर आवेदन कर सकते हैं।
इतने विद्यार्थियों को मिलेगी निशुल्क कोचिंग
बता दें कि, आकांक्षा योजना के तहत शैक्षणिक सत्र 2024-25 में राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा से खरगोन सहित प्रदेश के 400 विद्यार्थियों का चयन जेईई के लिए किया जाएगा। जेईई की कोचिंग भोपाल, नीट की कोचिंग इंदौर में एवं क्लैट की कोचिंग के लिए जबलपुर को चुना गया है। इनमें 200-200 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
मिलेगी आवासीय सुविधा भी
इस योजना में कोचिंग के लिए चयनित विद्यार्थियों को कोचिंग सेंटर पर भी आवासीय सुविधा दी जाएगी। साथ ही उन्हें इसकी तैयारी से संबंधित पुस्तकें और स्टेशनरी सहित मार्गदर्शन भी दिया जाएगा। इन विद्यार्थियों को टेबलैट भी दिया जाएगा, जिसके लिए इंटरनेट एवं डाटा प्लान की सुविधा भी निश्शुल्क प्रदान की जाएगी।
कब हुई थी इस योजना की शुरुआत
बता दें कि यह योजना 2018-19 में जनजातीय विद्यार्थियों के लिए शुरू की गई थी। इसमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शासन की ओर से कराने का प्रविधान किया गया था, लेकिन कोरोना काल में योजना बंद हो गई। अब उसको शासन के निर्देश पर फिर से शुरू करने की तैयारी जनजातीय कार्य विभाग ने शुरू कर दी है।