MP Aaj Ka Mudda: मध्यप्रदेश की सियासत में बीजेपी की प्रचंड जीत के साथ एक ही सवाल चर्चा में है और वो ये कि प्रदेश की कमान कौन संभालेगा। क्या शिवराज सिंह चौहान पांचवीं बार प्रदेश के मुखिया बनेंगे या फिर हर बार की तरह बीजेपी सभी को सरप्राइज करेगी और कोई नया चेहरा प्रदेश की कमान संभालेगा?
ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं, क्योंकि बुधवार को सांसद नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राकेश सिंह, और राव उदय प्रताप सिंह इस्तीफा दे चुके हैं। यानी केंद्र की राजनीति से फिलहाल ये दिग्गज ब्रेक लेकर प्रदेश की सियासत में नजर आ सकते हैं। बीजेपी इसे रणनीतिक प्रक्रिया बता रही है, तो कांग्रेस बीजेपी के दिग्गजों की भूमिका पर तंज कस रही है।
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कांग्रेस का बीजेपी पर तंज
कांग्रेस प्रवक्ता स्वदेश शर्मा ने कहा कि 2023 के चुनाव में देखने को मिला है कि बीजेपी के पास प्रत्याशी नहीं थे। इस के बाद उन्होने 10-10 साल से केंद्री में मंत्रियों को चुनाव में उतारा और अब इस्तीफे दिला रहे हैं। इस का अर्थ है कि बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
उन्होने कहा, ‘’बीजेपी शिवराज, महाराज और नाराज तीन गुठों में बंटी हुई है। मुख्यमंत्री पद को लेकर इनके यहां लड़ाई है। घर के रहे ना घाट के, कुल मिलाके बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म है, बीजेपी में एक तरफ से रिमोट चलता है, जिसको दबा दिया वो इस्तीफा देता हुआ नजर आता है।‘’
क्या होगी सांसदों की भूमिका?
केंद्र की राजनीति से प्रदेश में लौटे दिग्गजों की क्या भूमिका होगी इससे अभी परदा उठना बाकी है। कहा तो ये भी जा रहा है कि बीजेपी गुजरात मॉडल की तर्ज पर नई शुरुआत करेगी।
नई लीडरशीप,नए कैबिनेट के साथ फ्रेश चेहरे नजर आ सकते हैं। इस पूरे समीकरण में बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव के साथ आने वाले 10 सालों की भी पूरी प्लानिंग तैयार करेगी। क्योंकि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व समय आने पर ही अपने पत्ते खोलने के लिए जाना जाता है।
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