HIGHLIGHTS
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एमपी फ्लाइंग क्लब विद्यार्थियों को पायलट-कार्गो मैनेजमेंट की ट्रेनिंग भी देगा
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शासन ने एविएशन इंडस्ट्री के लिए विद्यार्थियों को तैयार करने पर जोर दिया है
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एविएशन में करियर बनाने का विचार कर रहे युवाओं को प्रदेश से बाहर नहीं जाना होगा
MP Aviation College: प्रदेश के युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में एविएशन कोर्स शुरू करने की तैयारी है। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग पहले ही बैठक ले चुका है।
एविएशन इंडस्ट्री में काम करने के इच्छुक विद्यार्थियों और युवाओं के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने इसी शैक्षणिक सत्र से विमानन कंपनियों से संबंधित इन कोर्स का संचालन शुरू करने का निर्णय लिया।
राज्य में एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू करने जा रहा है। इसकी शुरुआत ड्रोन पायलट ट्रेनिंग सर्टिफिकेट कोर्स से होगी।
ये 5 यूनिवर्सिटी में होगी एविएशन की पढ़ाई
बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी (बीयू)
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (डीएवीवी) इंदौर
जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर
रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी जबलपुर और
विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन
अगले महीने मिलेगा 5 दिन का प्रशिक्षण
सभी संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेजों के नोडल अधिकारियों का पांच दिन का प्रशिक्षण पारुल यूनिवर्सिटी बड़ोदरा, गुजरात में होगा। एविएशन संबंधित यह ट्रेनिंग अगस्त में आयोजित की जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अगस्त के पहले सप्ताह में आयोजित होगा।
इन कोर्स में होगी पढ़ाई
विमानन से संबंधित डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने जा रहा है। इसके तहत एविएशन सेक्टर में BSC, एविएशन मैनेजमेंट में BBA जैसे ग्रेजुएशन के कोर्स शुरू होगा ।
इसके अलावा केबिन क्रू फ्लाइट डिस्पैचर के लिए चार महीने का कोर्स और एविएशन सिक्योरिटी और हवाई अड्डे के संचालन में डिप्लोमा कोर्स सहित अन्य पाठ्यक्रमों को शुरू करने की योजना है।
इसके अलावा सर्टिफिकेट कोर्स में सेफ्टी क्रू और फ्लाइट लोड कोऑर्डिनेटर, एयरपोर्ट वेयरहाउस कोऑर्डिनेटर, एयरलाइन कस्टमर सर्विस एग्जीक्यूटिव और एयरलाइन रिजर्वेशन एजेंट के लिए दो से तीन महीने के कोर्स शामिल होंगे।
इंदौर के कॉलेज ने तैयार किया सिलेबस
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) ने एविएशन पाठ्यक्रम का प्रारूप तैयार किया है।
मिलेगा प्रशिक्षित स्टॉफ
एविएशन सेक्टर में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। नए एयरपोर्ट खुलने के साथ ही कई एयरलाइंस कंपनियां आ चुकी हैं। मगर इन्हें प्रशिक्षित स्टाफ नहीं मिलता है। इसके चलते उन्हें पहले तीन से चार महीने की ट्रेनिंग देनी पड़ती है।
परंतु यह कोर्स शुरू होने से एविएशन सेक्टर में प्रशिक्षित स्टाफ आसानी से मिल सकेगा। इस वजह से वेतन भी अच्छा मिलने की उम्मीद है।
मिलिंद महाजन, सचिव, एमपी फ्लाइंग क्लब
जुलाई से शुरू हुए एक्सीलेंस कॉलेज
सीएम ने बताया था कि सभी जिलों में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेन्स शुरू किए जा रहे हैं, इन्हें भारतीय ज्ञान परंपरा का केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हर जिले में 1-1 एक्सीलेन्स कॉलेज स्थापित करने की स्वीकृति दी थी।
इसके लिए चयनित कॉलेजों में अतिरिक्त पद स्वीकृत कर आवश्यक बजट दिया गया है। यह कॉलेज 1 जुलाई से शुरू हो गए हैं।