भोपाल। Mountaineer Megha Parmar मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले छिंदवाड़ा में पर्वतारोही मेघा परमार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्हें महिला बाल विकास विभाग के बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ के ब्रांड एम्बेसडर से हटा दिया है। इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं।
यह कहा गया आदेश में
संचालनालय महिला एवं बाल विकास मप्र द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि संचालनालय AAR के पत्र क. 191 दिनांक 10032021 द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजनांतर्गत ब्रांड एम्बेसडर/ जेंडर चैम्पियंस के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
यह भी पढ़ें- IT Raid In Indore: कांग्रेस नेता के भाई के घर ED की दबिश, जमीन मामले में HC से ली थी अग्रिम जमानत
इसके पूर्व जो भी ब्रांड एम्बेंसडर/ जेंडर चैम्पियंस बनाए गए हैं, उन्हें उनके कार्य दायित्व से तत्काल विमुक्त किया जाता है। इसी कम में विभाग द्वारा बनाए गए ब्रांड एम्बेसडर कु. मेघा
परमार को इस दायित्व से विमुक्त किया जाता है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
बीते मंगलवार को कांग्रेस में हुईं थी शामिल
यहां बता दें कि बीते मंगलवार को ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पर्वतारोही मेघा परमार के लिए कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी। Mountaineer Megha Parmar तब एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा कि- “प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के नेतृत्व से प्रभावित होकर माउण्ट एवरेस्ट फतेह करने वाली मध्यप्रदेश की पहली महिला पर्वतारोही मेघा परमार कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं। कांग्रेस परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है।”
यह भी पढ़ें- Jio Cinema Ipl : 1300 करोड़ से अधिक बार देखा गया IPL जियो सिनेमा पर, जाने पूरी खबर
कमलनाथ की तारीफ की थी
छिंदवाड़ा में नारी सम्मान योजना के दौरान कांग्रेस में शामिल होने के बाद प्रसिद्ध पर्वतारोही मेघा परमार Mountaineer Megha Parmar ने कहा था कि कमलनाथ नहीं होते तो शायद मैं माउंट एवरेस्ट फतह नहीं कर पाती। उन्हीं की वजह से मुझे यह सफलता मिली है। उन्होंने ही किसान की बेटी को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया।
कौन हैं मेघा परमार
मध्य प्रदेश की बेटी मेघा परमार Mountaineer Megha Parmar सिहोर जिले की रहने वालीं हैं। साल 2019 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के फतह करने वालीं वे मध्य प्रदेश की पहली महिला बनीं। स्कूबा डाइविंग में भी उनके नाम विश्व रिकॉर्ड दर्ज है। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद वे सीहोर जिले की इछावर सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।
यह भी पढ़ें- Delhi News: क्या केजरीवाल को मिलेगा प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण? आज होगा फैसला