मुरैना। Morena News: मुरैना में पुरानी रंजिश और जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में झड़प हुई थी। जहां दोनों पक्षों में गोलियां चलने से एक पक्ष के 6 लोगों की मौत हो गई है। आपको बता दें मामला सिहोनिया थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। इससे पहले भी भिंड मुरैना के कई गावों में इस तरह की सामूहिक हिंसा हो चुकी है, बंसल न्यूज़ से खास बात करते हुए रिटायर्ड एस.डी.ओ.पी केडी सोनाकिया ने खास बातें बताई। उन्होंने बताया की भिंड मुरैना में कई गांव ऐसे है, जहाँ कई बार ऐसे खूनी संघर्ष हुए है। पुलिस को ऐसे गांवों को चिंहित करके सक्रियता बढ़नी होगी। जिससे आगे कोई ऐसी घटना ना हो।
यह भी पढ़ें: Morena News: पूरा गांव छावनी में तब्दील, जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में चली गोलियां, 6 की मौत
दशकों बाद भी लेते है बदला
भिंड मुरैना क्षेत्र में बरसों पुरानी परंपरा है कि खून के बदले खून, कई वर्षो बाद भी छोटे छोटे विवादों में यहाँ गोलियां चल जाती है। ऐसा कई बार देखा गया है कि मुरैना और भिंड क्षेत्र में ऐसी घटनाएं सामने आती रहती है। जमीनी विवाद को लेकर कई वर्षो बाद भी यहाँ खूनी संग्राम देखने को मिलता है। रिटायर्ड एस.डी.ओ.पी केडी सोनाकिया ने बताया कि ऐसे कई गांव है जो ऐसे संवेदनशील है, जहाँ हर छोटी बात पर संग्राम होते रहते है।
10 साल पुराना था विवाद
ये घटना नई नहीं है। साल 2014 में भी 3 मौतें हुई थीं लेकिन उस समय मरने वालों में वो परिवार था जो आज आरोपी हैं। दरअसल रंजीत तोमर और राधे तोमर के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। 2014 में रंजीत तोमर के पक्ष ने राधे तोमर के परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद रंजीत का परिवार गांव छोड़कर चला गया था। 10 साल पुरानी इस रंजिश ने आज फिर एक बार खूनी खेल खेला और हर तरफ लाशे ही लाशे बिखर गई। घटना के बाद आरोपी तुरंत मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिए है।
यह भी पढ़ें: MP Katni News: बारातियों से भरी पिकअप पलटी, 1 की मौत, 8 की हालत गंभीर
धर्मगुरुओं की भूमिका अहम
भिंड मुरैना क्षेत्र की खास बात यह है की यहाँ धर्मगुरुओं की भूमिका बहुत अहम है। अगर धर्मगुरु किसी मामलें में अपनी बात रखते है, तो यहाँ के लोगों उस मामले में धर्मगुरु की बात जरूर मानते है। भिंड मुरैना क्षेत्र में ऐसे संग्राम दुबारा नहीं होंगे इसके लिए प्रशासन को पहले से ठोस कदम उठाने पड़ेग।
ये भी पढ़ें:
Manipur Violence: कांग्रेस ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की