Moong Storage Sookhat: मध्यप्रदेश वेयरहाउस के संचालकों ने सरकार से मांग की कि उन्हें सोयाबीन की तरह ही मूंग के भंडारण के लिए नमी की सूखत 1 प्रतिशत पर 700 ग्राम मान्य की जाए।
इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश वेयरहाउस ऑनर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मंगलवार, 22 जुलाई को भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल से समस्याओं के समाधान और सहयोगी की बात कही।
सीएम को बताईं समस्याएं
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को मूंग भंडार में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया। यह भी बताया कि सोयाबीन की तरह ही मूंग के भंडार में नमी की सूखत 1.50 % से 2 प्रतिशत प्रति क्विंटल तक आती है। जिससे वेयरहाउस संचालकों को मूंग भंडारण में नुकसान उठाना पड़ता है। जितना किराया नहीं बनता उससे ज्यादा वसूली सूखत की वजह से संचालक से की जाती है।

मूंग में सूखत 1 प्रतिशत पर 700 ग्राम की मान्य हो
प्रतिनिधि मंडल ने सीएम से मांग की कि मूंग में भी सरकार सोयाबीन की ही तरह 1 प्रतिशत पर 700 ग्राम की सूखत मान्य करे। वहीं पूरे प्रदेश के वेयरहाउस संचालकों का मूंग, सोयाबीन, चना, धान एवं गेहूं का लंबित किराया, जो 2 से 3 साल से नहीं मिला है। उसका भुगतान और तुलाई के कमीशन का भी पेमेंट शीघ्र किया जाए।
सीएम ने दिया आश्वासन
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि वेयरहाउस का किराया न मिलने की स्थिति में कई संचालक बैंक की किस्त नहीं भर पा रहे हैं। जिससे बैंक से डिफॉल्टर होने के नोटिस प्राप्त हो रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया और वेयरहाउस संचालकों को सहयोग करने की बात कही।

विभाग के अफसरों को समस्याएं बताईं
प्रतिनिधि मंडल ने अपर मुख्य सचिव, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक रश्मि अरुण शमी और अनुराग वर्मा से भी भेंट की और उन्हें भी अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
ये भी पढ़ें: MP NEWS: विपक्षी सांसदों के आगे हाथ जोड़ने लगे Shivraj, विपक्षी सांसद करते रहे हंगामा, जानें पूरा माजरा.!
प्रतिनिधि मंडल में ये रहे शामिल
प्रतिनिधि मंडल में एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष नवनीत रघुवंशी, प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक जैन, प्रदेश प्रचार प्रमुख राहुल धूत, मंगल सिंह, मनीष चौहान, विजय प्रकाश तिवारी, शैलेन्द्र सिंह रघुवंशी, मनोज शांडिल्य ,गिरवर झवर आदि शामिल थे।