Pre Monsoon Latest Update: मानसून को लेकर मौसम विभाग (IMD) ने बड़ी खुशखबरी दी है। IMD ने ताजे अपडेट में बताया कि फ़िलहाल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (South West Monsoon) अपने निर्धारित समय से तीन दिन आगे चल रहा है।
Heat wave conditions very likely in isolated/some pockets over Konkan on 14th & 15th; over West Rajasthan during 15th-18th; over Uttar Pradesh, Punjab, south Haryana, Bihar during 16th-18th and north Madhya Pradesh, East Rajasthan on 17th & 18th May, 2024. pic.twitter.com/B7GMOwK9gw
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 14, 2024
IMD के मुताबिक, देश में 19 मई के आसपास दक्षिण-पश्चिम मॉनसून दक्षिणी अंडमान निकोबार सागर में प्रवेश कर जाएगा। उसी दिन तक यह बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व (South East) के कुछ इलाकों में भी प्रवेश कर जाएगा।
बता दें कि आमतौर पर हर साल 22 मई को मॉनसून इस हिस्से में पहुंचता है लेकिन इस साल उससे तीन दिन पहले (19 मई) को ही प्रवेश करने जा रहा है।
इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के प्रभाव में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान राज्यों में अगले कुछ दिनों तक झमाझम बारिश होगी।
पूर्वी मध्य प्रदेश और कोमोरिन क्षेत्र के बीच उत्तर-दक्षिण ट्रफ, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर चक्रवाती हवा और पश्चिम उत्तर प्रदेश से दक्षिण असम तक चलने वाले पूर्व-पश्चिम ट्रफ के संयोजन से पूरे मध्य भारत में छिटपुट से लेकर भारी बारिश होगी।
कैसा रहेगा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का हाल
महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिनों के दौरान छिटपुट से लेकर अधिक बारिश होगी।
ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में 14 मई को ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
मानसून की वर्तमान स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून ने 1 जून को केरल में दस्तक देगा , लेकिन अभी तक इसकी गति धीमी है। वहीं अब मानसून धीरे-धीरे देश के अन्य हिस्सों में भी पहुंच रहा है, लेकिन अभी तक इसकी बारिश व्यापक नहीं हुई है।
पांच राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट
फ़िलहाल देश के कई राज्यों में बारिश के कारण मौसम सुहाना बना हुआ है। बिहार, झारखंड समेत कई प्रदेशों में बारिश हो रही है। इस बीच IMD ने ताजा अलर्ट में बताया कि मौजूदा समय में कर्नाटक के आंतरिक भाग के ऊपर एक cyclonic circulation और निचले क्षोभमंडल स्तर (troposphere level) पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है, जो उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश तक जा रही है।
मानसून को लेकर किसानों के लिए सलाह
कृषि कार्यों को लेकर मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मानसून की बारिश के आधार पर ही अपनी फसलों की बुआई करें। वहीं किसानों को जल संरक्षण के उपाय भी करने चाहिए।