हाइलाइट्स
-
मानसून सत्र 5 दिन चलेगा
-
कांग्रेस ने भी की तैयारी
-
वित्तीय- सरकारी मामलों के कार्य होंगे
Chhattisgarh Assembly Monsoon Session: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार, 22 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है।
मानसून सत्र के हंगामेदार होने का अनुमान है। 26 जुलाई तक चलने वाले मानसून सत्र में पांच महत्वपूर्ण बैठकें होंगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा ने बताया कि 5 दिवसीय छठी विधानसभा का तीसरा सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर 26 जुलाई को समाप्त होगा।
इसमें पांच बैठकें होंगी और मानसून सत्र के दौरान वित्तीय और शासकीय कार्य निपटाए जाएंगे।
हंगामेदार होगा मानसून सत्र
छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय मानसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।
पिछली बार विपक्ष में रही बीजेपी ने मानसून सत्र के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल सरकार को सदन में जमकर घेरा था।
अब चूंकि कांग्रेस विपक्ष में हैं, तो कांग्रेस विष्णु देव साय (बीजेपी) सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।
बलौदाबाजार हिंसा का मुद्दा उठाएगी कांग्रेस
विधानसभा का मानसून सत्र हंगामेदार होने के आसार हैं। गत 10 जून को बलौदाबाजार में हुई हिंसा की घटना के बाद से विपक्ष सरकार को सभी मंचों पर घेर रही है।
पूरी संभावना है कि मानसून सत्र में विपक्ष सरकार को सदन में घेरने की कोशिश करेगी।
क्या है बलौदाबाजार हिंसा मामला
बलौदाबाजार में गत 10 जून को सतनामी समाज के धरने के दौरान हुई हिंसा में जिला कलेक्टर और एसपी दफ्तर को आग के हवाले कर दिया था।
आगजनी और तोड़फोड़ की घटना में पूरा कलेकट्रेट और एसपी ऑफिस जलकर खाक हो गया था।
अब मानसून सत्र में विपक्ष इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार की नाकाम गिनाने की कोशिश करेगी।
स्पीकर रमन सिंह ने क्या कहा?
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने बताया, “मानसून सत्र को लेकर विधानसभा की सभी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
विधायकों के प्रश्न आते हैं, उनके जवाब विभाग से बुलवाने पड़ते हैं। वह नीयत समय में उनको जवाब मिले।
ध्यानाकर्षण, स्थगन और बाकी अन्य विषयों पर भी चर्चा होती है। उसकी तैयारियां हो गईं हैं।
मानसून सत्र कम समय का जरूर है। मगर मुझे लग रहा है जिस प्रकार के मुद्दे आ रहे हैं, काफी अच्छी चर्चा होगी। उम्मीद है एक सार्थक निष्कर्ष निकलेगा।
स्पीकर ने कहा कि जो वादे विष्णुजी की सरकार ने किए थे, भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उन वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है।”
ये भी पढ़ें: दंतेवाड़ा के किरंदुल में NMDC का डैम टूटा: कई मकान तबाह, 6 साल का मासूम लापता, बस्तर-रायपुर में भी भारी बारिश
पहली बार नया प्रयोग कर रहे
रमन सिंह ने बताया कि पहली बार नया प्रयोग विधानसभा में कर रहे हैं। अभी तक ध्यानाकर्षण खासतौर से और बाकी विषयों में प्रश्न जो आते थे, वह प्रस्तुत होकर देना पड़ता था।
अब इसमें नई प्रक्रिया शुरू हुई है। अब ध्यानाकर्षण भी पेपरलेस किया गया है।
ऑफिस की तैयारी से विधायकगण अपनी तरफ से ध्यानाकर्षण की पूरी सूचना विधानसभा सचिवालय में बस्तर से, सरगुजा से, कहीं से भी दे सकते हैं और उसको माना जाएगा कि वो उनका प्रश्न या ध्यानाकर्षण है।