Monsoon Roof Care: बारिश का मौसम जहां हरियाली, ठंडक और राहत लेकर आता है, वहीं यह घरों में सीलन की समस्या भी साथ लाता है। खासतौर पर पुरानी छतों और दीवारों पर नमी जमा हो जाती है, जिससे पेंट उखड़ने लगता है, फंगस लग जाती है और घर की खूबसूरती बिगड़ जाती है। बाजार में कई महंगे वॉटरप्रूफिंग प्रोडक्ट्स और तकनीकी उपाय मौजूद हैं, लेकिन ये हर किसी के बजट में फिट नहीं बैठते। ऐसे में एक बेहद आसान, सस्ता और घरेलू तरीका है जिससे आप सीलन की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं।
बरसात में छत पर सीलन क्यों होती है?
छत पर पानी का जमाव: बारिश का पानी अगर ढंग से निकल न पाए तो छत पर जमा होकर धीरे-धीरे रिसने लगता है।
छत में दरारें: पुरानी या खराब क्वालिटी की छतों में अक्सर दरारें बन जाती हैं, जिससे पानी रिसता है।
वॉटरप्रूफिंग की कमी: अगर छत पर पहले से कोई जलरोधी परत नहीं है, तो पानी अंदर घुसने लगता है।
फर्श का गलत ढलान: सही ढलान न होने से बारिश का पानी ड्रेनेज की ओर न जाकर जमा हो जाता है।
ये सभी कारण मिलकर छत और दीवारों पर नमी का कारण बनते हैं, जिससे फंगस, बदबू और प्लास्टर उखड़ने जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
सीलन दूर करने का आसान घरेलू उपाय
सामग्री:
चूना (Lime) – 4 से 5 किलो (छत के आकार के अनुसार)
लकड़ी का कोयला (चारकोल) – 1 से 2 किलो
पानी – आवश्यकता अनुसार
पुराना वाइपर, झाड़ू या मोटा ब्रश
बाल्टी और मजबूत छड़ी
तैयारी का तरीका
छत की सफाई करें
सबसे पहले छत की पूरी सफाई करें। धूल-मिट्टी, जमी हुई काई और पुराना उखड़ा हुआ प्लास्टर हटा दें। अगर कहीं दरार हो तो उसमें पहले सेमेंट या वॉटरप्रूफिंग कंपाउंड भर दें।
चारकोल को पीसें
लकड़ी के कोयले को छोटे-छोटे टुकड़ों में पीस लें। आप इसे किसी भारी वस्तु से कूट सकते हैं या पुराने मिक्सर ग्राइंडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि यह पाउडर जितना बारीक होगा, उतना अच्छा परिणाम देगा।
चूने का घोल तैयार करें
एक बड़ी बाल्टी में चूना डालें और उसमें बारीक पिसा हुआ चारकोल मिलाएं। अब धीरे-धीरे पानी डालते हुए लकड़ी की छड़ी या किसी मजबूत डंडे से इस मिश्रण को अच्छी तरह फेंटें, जब तक यह पेंट की तरह गाढ़ा और एकसमान न हो जाए।
लगाने की विधि
- इस तैयार मिश्रण को छत की पूरी सतह पर बराबर फैलाएं। इसके लिए झाड़ू, वाइपर या ब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ध्यान रखें कि परत एकसमान हो और किसी हिस्से में मोटी या पतली न रह जाए।
- यह लेप छत की सतह पर वॉटरप्रूफ कोटिंग की तरह काम करेगा और पानी की सीपेज को रोकेगा।
धूप में सुखाना जरूरी है
इस लेप को पूरी तरह सूखने दें। इसमें 24 से 48 घंटे लग सकते हैं, इसलिए इसे लगाते वक्त मौसम साफ और धूप वाला हो, इसका ध्यान रखें। अगर आपको लगे कि पहली परत हल्की है या सीलन ज्यादा है, तो पहली परत सूखने के बाद एक और कोटिंग दोबारा लगाएं। इससे वॉटरप्रूफिंग की परत और भी मजबूत हो जाएगी।
कैसे काम करता है ये घरेलू घोल?
चूना: सूखने पर यह एक सख्त और जलरोधी परत बनाता है, जो फंगस और नमी को रोकता है।
चारकोल: इसमें नमी सोखने की जबरदस्त क्षमता होती है, जो छत की सतह को लंबे समय तक सूखा रखता है।
यह घरेलू उपाय न केवल सीलन को रोकता है, बल्कि छत को मजबूत और टिकाऊ भी बनाता है।
ये भी पढ़ें : Shivpuri Nagar Palika Corruption: नगर पालिका के 2 इंजीनियर और ठेकेदार पर FIR, बिना काम लाखों का भुगतान