PM Modi UAE Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक दिन के लिए UAE पहुंचे। यहां उन्हें सेरेमोनियल वेलकम किया गया। UAE के राष्ट्रपति भवन ‘कसर अल वतन’ में उनका स्वागत राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने PM मोदी की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड भी बांधा।
फ्रांस के 2 दिन और यूएई के एक दिन के दौरे के बाद मोदी शनिवार रात करीब साढ़े 9 बजे भारत लौट आए।
यूएई में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। इसके बाद साझा बयान में PM मोदी ने कहा- दोनों देशों के संबंध पहले से काफी बेहतर हुए हैं। हर भारतीय अब UAE को सच्चे दोस्त की तरह देखता है। PM मोदी के दौरे पर भारत और UAE के बीच एक दूसरे की करेंसी में व्यापार करने पर समझौता भी हुआ है। साथ ही आबु धाबी में IIT दिल्ली का कैंपस भी खोला जाएगा।
इससे पहले अबु धाबी के एयरपोर्ट पर उन्हें UAE के क्राउन प्रिंस शेख खालिद ने रिसीव किया। PM मोदी के स्वागत में बुर्ज खलीफा पर तिरंगे और उनकी तस्वीर के साथ वेलकम ऑनरेबल प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी लिखा गया।
PM मोदी के बयान की बड़ी बातें…
- हमारा बाइलैट्रल ट्रेड 20% तक बढ़ा है। दोनों देशों के बीच का ट्रेड 85 अरब डॉलर यानी करीब 6 लाख करोड़ रुपए पहुंच चुका है। ये जल्द ही 100 अरब डॉलर यानी 8 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचेगा।
- मुझे आपसे मिलकर बेहद खुशी हुई। आपने मुझे जो सम्मान दिया है वो हमारे बीच के भाईचारे को दिखाता है।
- हम अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए नई पहल कर रहे हैं। व्यापार में एक-दूसरे की करेंसी के इस्तेमाल पर आज हुआ समझौता दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग और विश्वास को दर्शाता है।
- पिछले साल दोनों देशों के बीच कॉम्प्रिहेन्सिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट साइन किया गया था, जो राष्ट्रपति नाहयान के सहयोग के बिना मुमकिन नहीं था।
PM मोदी ने इस साल नवंबर-दिसंबर में UAE में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले COP-28 समिट के लिए मिले न्योते पर धन्यवाद जताया। UAE ने पीएम मोदी के लिए लंच का भी आयोजन किया। इसमें केवल शाकाहारी खाना रखा गया।
भारत और यूनाइटेड अरब एमिरेट्स (UAE) ने शनिवार (15 जुलाई) को दो मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoUs) यानी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों के बीच यह MoUs एक दूसरे की करेंसी – भारतीय रुपए (INR) और UAE दिरहम (AED) के यूज को अपने-अपने देश में बढ़ावा देने के लिए हुए हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कहा कि दोनों MoUs का उद्देश्य क्रॉस-बॉर्डर ट्रांजेक्शंस, स्ट्रीमलाइन पेमेंट्स और दोनों देशों के बीच मजबूत इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन यानी आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है।
RBI ने कहा, ‘लोकल करेंसी का यूज ट्रांजेक्शन कॉस्ट और ट्रांजेक्शन के सेटलमेंट टाइम को इंप्रूव करेगा। जिसमें UAE में रहने वाले भारतीयों से लेनदेन भी शामिल है।’
RBI गवर्नर और सेंट्रल बैंक ऑफ UAE ने साइन किए दोनों MoUs
दोनों MoUs पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास और सेंट्रल बैंक ऑफ UAE (CBUAE) के गवर्नर खालिद मोहम्मद बलामा ने साइन किए हैं। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भी वहां उपस्थित थे।
समझौता ज्ञापनों का उद्देश्य एक लोकल करेंसी सेटलमेंट सिस्टम (LCSS) को लागू करना है, जो करंट अकाउंट ट्रांजेक्शंस और परमिटेड कैपिटल अकाउंट ट्रांजेक्शंस को कवर करेगा। इसके अलावा दोनों देशों का टारगेट INR-AED फॉरेन एक्सचेंज मार्केट बनाना, इन्वेस्टमेंट्स को सुविधाजनक बनाना और दोनों देशों के बीच लेनदेन को सुव्यवस्थित करना है।
इसके अलावा दोनों देशों के केंद्रीय बैंक अपने फास्ट पेमेंट सिस्टम्स (FPSs) जैसे भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) और UAE के इंस्टेंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (IPP) के एकीकरण सहित विभिन्न पहलुओं पर सहयोग करने के लिए कमिटेड भी हैं। दोनों देश अपने पेमेंट मैसेजिंग सिस्टम-भारत के स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम (SFMS) को UAE के मैसेजिंग सिस्टम के साथ जोड़ेंगे। इसके अलावा वे अपने कार्ड स्विच- RuPay स्विच और UAE स्विच को भी लिंक करेंगे।
RBI ने कहा, ‘UPI-IPP लिंकेज दोनों देशों के यूजर्स को फास्ट, कनविनिएंट, सेफ और कॉस्ट इफेक्टिव क्रॉस-बॉर्डर फंड्स ट्रांजेक्शंस करने में सक्षम बनाएगा। कार्ड स्विचों को जोड़ने से डोमेस्टिक कार्ड्स की म्यूचुअल एक्सेपटेंस और कार्ड ट्रांजेक्शंस की प्रोसेस में आसानी होगी। मैसेजिंग सिस्टम के लिंकेज का उद्देश्य दोनों देशों के बीच बायलेटरल फाइनेंशियल मैसेजिंग को सुविधाजनक बनाना है।’
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