CG Saja News: बेमेतरा जिले की साजा विधानसभा सात बार के विधायक को हराकर ईश्वर साहू ने भारी वोटों से जीत हासिल की थी।विधायक ईश्वर साहू ने बिरनपुर सांप्रदायिक हिंसा में अपने बेटे को खोया था।
लेकिन अब साजा विधायक ईश्वर साहू ने शासन की ओर से अपने छोटे बेटे कृष्णा साहू को दी जाने वाली सरकारी नौकरी का प्रस्ताव से इनकार कर दिया है।
ईश्वर साहू के छोटे बेटे के लिए एसपी भावना गुप्ता की तरफ से मंत्रालय के आदेश का पालन करते हुए पुलिस विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के संबंध पत्र भेजा गया था।
पुलिस विभाग में मिल रही थी नियुक्ति
बता दें शुक्रवार को एसपी भावना गुप्ता की ओर से मंत्रालय के आदेश पर कृष्णा को पुलिस विभाग में आरक्षक जीडी के पद के लिए अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में पत्र भेजा गया था।
इस पत्र में नियुक्ति संबंधी सहमति, शिक्षा, जाति, निवास प्रमाण-पत्र एवं आधार कार्ड उपलब्ध कराने को कहा गया था।
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पहले भी मिला था नौकरी का प्रस्ताव
दुर्ग जिले की साजा विधानसभा के बिरनपुर गांव में साल 2022 में आठ अप्रैल को दो समुदायों के बीच हुई सांप्रदायिक हिंसा में ईश्वर साहू के 23 वर्षीय भुनेश्वर साहू की हत्या हो गई थी।
जिसके बाद उनके छोटे बेटे को सरकारी नौकरी का प्रस्ताव मिला था। जिसे ईश्वर साहू पहले भी ठुकरा चुके हैं।
भाजपा की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने ईश्वर साहू का कहना है कि उनके बेटे कृष्णा ने दसवीं तक पढ़ाई है। उसकी इच्छा अभी आगे पढ़ाई करने की है।
विधायक बनने के बाद इंसाफ की उम्मीद
साजा विधानसभा से विधायक बनने के बाद भुवनेश्वर हत्याकांड पर प्रत्यक्ष जांच को लेकर ग्रामीणों में एक बार फिर से उम्मीद जाग गई है।
क्योंकि मृतक के पिता ईश्वर साहू विधायक बन गए हैं। वहीं प्रदेश में भाजपा की सरकार आ गई है। लोगों को उम्मीद है कि अब तक कार्रवाई से बचे कई आरोपित जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होंगे.