Ayushman Bharat Scheme: छत्तीसगढ़ में मितानिनों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला है। इसका विरोध संघ ने कर दिया है। प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम जारी है।
इस काम को इन मितानिनों (Ayushman Bharat Scheme) ने करना बंद कर दिया है। मितानिनों का कहना है कि वेतन नहीं मिल जाता तब तक हम गांवों में आयुष्मान भारत योजना के कार्ड नहीं बनाएंगे। इसी के साथ ही अन्य काम भी बंद कर दिया गया है।
कई जिलों में आयुष्मान कार्ड बनना बंद
आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के तहत बनने वाले आयुष्मान कार्ड कई जिलों में बंद हो गए हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य मितानिनों को पिछले चार महीने से वेतन नहीं मिला है। इसके चलते उन्होंने काम करना बंद कर दिया है।
इससे लोग अब आयुष्मान कार्ड के लिए भटक रहे हैं। वेतन (Ayushman Bharat Scheme) की मांग को लेकर मितानिनों ने विभाग के अफसरों से भी मुलाकात की है। जिस एजेंसी के माध्यम से इनकी नियुक्ति की गई थी, उस एजेंसी को हटा दिया गया है। अब वे वेतन की मांग को लेकर भटक रहे हैं। इसके चलते कई परिवार के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहे हैं।
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निजी कंपनी से नियंत्रण ले लिया
बता दें कि आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) को लेकर छत्तीसगढ़ शासन से (टीपीए) एफएचपीएल ने अनुबंध किया था। इस कंपनी ने स्वास्थ्य मितानिन की नियुक्ति की थी। अब पिछले चार महीने से एपएचपील कंपनी के द्वारा स्वास्थ्य मितान को वेतन नहीं दिया गया है।
इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने एसएचआरसी स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर का नियंत्रण निजी कंपनी से वापस ले लिया है। इधर स्वास्थ्य विभाग ने भी कोई निर्णय नहीं लिया है। अब वेतन के लिए मितान परेशान हैं।
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