मिर्जापुर (उप्र), 22 जनवरी (भाषा) वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ (Mirzapur Web Series) के निर्माताओं के खिलाफ शांति भंग करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित मामले की जांच के लिए मिर्जापुर पुलिस की एक टीम मुंबई गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मिर्जापुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक पीयूष कुमार (Piyush Kumar) के मुताबिक इंस्पेक्टर देहात कोतवाली विजय कुमार चौरसिया के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है और इस टीम में पुलिस उप निरीक्षक आलोक कुमार और आरक्षी विनय कुमार शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि यह टीम मुंबई में मिर्जापुर वेब सीरीज के खिलाफ दर्ज मामले में मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की मदद लेने की कोशिश कर रही है।
कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पिछली 17 जनवरी को चुनार के चिलबिला क्षेत्र के रहने वाले अरविंद चतुर्वेदी (Arvind Chaturvedi) ने निर्माताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्राथमिकी में अरविंद चतुर्वेदी ने कहा है कि मिर्जापुर एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान है और इसका अपराध या ऐसी घटनाओं से कोई संबंध नहीं है। यहां के लोग शांतिप्रिय और मेहनती हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि वेब श्रृंखला (Web Series) के निर्देशक और लेखक ने इस स्थान की छवि खराब करने की कोशिश की है।
अधिकारी ने बताया कि इस तहरीर के आधार वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ के निर्माता के खिलाफ जानबूझकर शांति भंग करने, दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने और धार्मिक आस्था को आहत करने तथा सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
अपना दल के प्रवक्ता राजेश पटेल (Rajesh Patel) ने शुक्रवार को कहा कि इस मामले को सबसे पहले दिल्ली में उनकी पार्टी की अध्यक्ष और मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने वेब सीरीज के रिलीज होने के समय उठाया था।
भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) के विधि प्रकोष्ठ के दिलीप श्रीवास्तव (Dilip Shrivastava) ने कहा कि वेब श्रृंखला के निर्माताओं (Web Series Directors) ने जानबूझकर मिर्जापुर की छवि को खराब करने की कोशिश की है क्योंकि भाजपा की राज्य सरकार इस स्थल को विकसित करने का प्रयास कर रही है क्योंकि यह आस्था और पर्यटन का बड़ा केंद्र है। मिर्जापुर की ख्याति विंध्याचल मंदिर के लिए पूरे देश में है।