JOBS CUT Alert: जब से कोरोना ने दुनिया में एंट्री ली है, तभी से ये कई लाख लोगों की नौकरियां खा चुका है। कई बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने आप को बाजार में टिकाए रखने के लिए अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। इस लिस्ट में गूगल, मेटा और ट्विटर जैसे कई बड़े टेक दिग्गज शामिल है।
इसके बीच, वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2027 तक एम्प्लोयर 69 मिलियन जॉब तैयार करेंगे। वहीं, टोटल 673 मिलियन जॉब्स में से 83 मिलियन लोगों की नौकरियां चली जाएगी। नए नौकरियों में 14 मिलियन नौकरियां का नुकसान होने वाला है, जो फिलहाल रोजगार के 2 फीसदी के बराबर है।
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ये नौकरियां खतरे में
रिपोर्ट के अनुसार, बैंक टेलर, कैशियर और डेटा एंट्री क्लर्क जैसी सचिवालिय नौकरियों मे तेजी से गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है। इसके पीछे की वजह इन नौकरियों में बढ़ती टेक्नॉलोजी और डिजिटलाइजेशन है।
जानें नौकरियां खत्म होने की वजह
बता दें कि दुनियाभर में कई कंपनियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। वहीं कमजोर होती अर्धव्यवस्था ने भी मैन पावर पर खर्च करने से कंपनियों को रोक रही है।
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वहीं अंत में बताते चलें कि जहां एक तरफ 2027 तक 83 मिलियन लोगों की नौकरी जाने की संभावना जताई गई है वहीं, दूसरी ओर 2027 तक डाटा एनेलिस्ट और साइंटिस्ट, बिग डाटा साइंटिस्ट, एआई मशीन लर्निंग स्पेशलिस्ट्स और साइबर सेक्यूरिटी प्रोफेशनल्स की नौकरियां 30 फीसदी तक बढ़ जाएगी।