हाइलाइट्स
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मच्छरों की समस्या से निपटने मच्छर उन्मूलन कार्यक्रम
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हाउस टैक्स में सामान्य टैक्स का किया गया प्रावधान
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एनजीओ की मदद से जोनवार स्ट्रीट डॉग पकड़ेंगे
रायपुर। MIC Meeting: रायपुर नगर निगम में एमआईसी की बैठक आयोजित की गई। शुक्रवार को आयोजित इस MIC की बैठक में राजधानी के कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई,
लेकिन इन चर्चाओं में प्रमुख एजेंडों में शामिल तीन विषयों में खास चर्चा की गई।
रायपुर: MIC की बड़ी बैठक मे बड़े फैसले मच्छर,आवारा कुत्तों, हाउस टैक्स पर फैसला #CGNews #chattisgarh #ChattisgarhNews #raipur https://t.co/cwdv9Fs8ga
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 16, 2024
बैठक (MIC Meeting) में तीन प्रमुख एजेंडों पर चर्चा की गई। मेयर एजाज ढेबर ने बताया कि अब हाउस टैक्स के लिए रायपुर में चक्रवृद्धि ब्याज नहीं देना होगा।
रायपुर शहर में स्ट्रीट डॉग को जोनवार पकड़ा जाएगा और उनकी नसबंदी की जाएगी। वहीं शहर में मच्छरों की समस्या को लेकर भी चर्चा की गई।
जिसका एक प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया।
कारगर नहीं लगा प्रेजेंटेशन
बता दें कि बैठक (MIC Meeting) में शहर में व्याप्त मच्छरों की समस्या को लेकर चर्चा की गई। बैठक में मच्छरों से किस तरह से निजात मिल सकती है।
इसको लेकर एक कंपनी की ओर से प्रेजेंटेशन भी दिया गया, लेकिन एमआईसी की बैठक (MIC Meeting) में यह प्रेजेंटेशन कारगर नहीं लगा।
इस दौरान मेयर ने जानकारी दी कि जल्द ही मच्छर की समस्या का समाधान निकलेगा। इसके लिए प्रभावी तरीके से मच्छर उन्मूलन कार्यक्रम पर काम किया जा रहा है।
सामान्य टैक्स ही वसूलेगा निगम
एमआईसी की बैठक (MIC Meeting) में निर्णय लिया गया कि अब पेनल्टी के तौर पर चक्रवर्ती ब्याज देना होता था। इस नियम में बदलाव किया गया है।
इस संबंध में बैठक (MIC Meeting) में महापौर ढेबर ने बताया कि घर के टैक्स को जमा करने में कई बार लोग देरी करते थे।
ऐसे में लोगों से हाउस टैक्स में चक्रवर्ती ब्याज लगाकर टैक्स लिया जाता था।
लेकिन इस बार के बजट में इस चक्रवर्ती ब्याज के टैक्स को बढ़ाने का प्रावधान नहीं रखा है। अब जो टैक्स लगता है वही सामान्य टैक्स लोगों को देना होगा।
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स्ट्रीट डॉग को पकड़ेगी जोन की टीम
राजधानी में आवारा कुत्तों की समस्या अधिक है। इसको लेकर विस्तार से चर्चा की गई। मेयर ने जानकारी दी है कि पहले आवारा कुत्तों को पकड़ने और नसबंदी के लिए बजट सेंट्रलाइज होता था। अब यह काम जोन स्तर पर होगा। नगर निगम मुख्यालय की टीम के जरिए आवारा कुत्तों को पकड़ने का काम किया जाता था, लेकिन अब ये जिम्मेदारी जोन स्तर पर दी गई है। बैठक में निर्णय लिया गया कि पशु चिकित्सकों से चर्चा करने के साथ ही एनजीओ की मदद से शहर के आवारा कुत्तों को पकड़ा जाएगा।