Mary Kom Retirement Update News: भारत की स्टार बॉक्सिंग खिलाड़ी मैरीकॉम ने कल रात 24 जनवरी को संन्यास ले लिया था। इंटरनेशनल मुक्केबाजी संघ के नियम किसी पुरुष या महिला खिलाड़ी को 40 साल की उम्र तक ही टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति देते हैं।
Boxing champion Mary Kom says, "I haven’t announced retirement yet and I have been misquoted. I will personally come in front of media whenever I want to announce it. I have gone through some media reports stating that I have announced retirement and this is not true. I was… pic.twitter.com/VxAcFsq44v
— ANI (@ANI) January 25, 2024
जबकि मैरी कॉम 41 साल की हो चुकी हैं। लेकिन अब मैरीकॉम ने कहा है कि उन्होंने रिटायरमेंट की घोषणा नहीं की है। अपने संन्यास पर उन्होंने बड़ा खुलासा किया है।
प्रोफेशनल बॉक्सिंग कर सकती हैं
मैरी कॉम भले की इंटरनेशनल मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियमों के कारण एमेच्योर बॉक्सिंग नहीं कर सकती हैं, लेकिन उनके पास प्रोफेशनल बॉक्सिंग का विकल्प है। इससे पहले, विजेंद्र सिंह भी प्रोफेशनल बॉक्सर बन चुके हैं।
मैरी कॉम ने दिसंबर में खेलो इंडिया पैरा गेम्स के दौरान कहा था, ‘मैं खेलना चाहती हूं लेकिन उम्र के कारण मैं ऐसा नहीं कर सकती, लेकिन मैं फिर भी मुक्केबाजी से जुड़ा ही कुछ करने की कोशिश करूंगी। मैं पेशेवर बन सकती हूं, लेकिन अभी यह साफ नहीं है।’
मैरी कॉम ने क्या कहा था?
पहले मैरी कॉम ने अपने मुक्केबाजी के दस्ताने लटका दिए क्योंकि अंतराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियम पुरुष और महिला मुक्केबाजों को केवल 40 साल की आयु तक ही इस स्तर पर प्रतियोगिता लड़ने की अनुमति देता है।
41 साल की हो चुकी मैरी कॉम के पास संन्यास लेने का ही विकल्प बचा था। मैरी कॉम ने अपने संन्यास लेने की मजबूरी भी फैंस को बता दी थी।
साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था
बता दें कि मैरी कॉम दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने 6 बार विजेता का खिताब जीता है। मैरी कॉम ने साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2006 में मैरीकॉम को पद्मश्री, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया।
मैरी कॉम इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) की वुमन बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। मैरी कॉम ने एक इवेंट के दौरान कहा, ‘मैंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लिया है।
मुझमें अभी भी बॉक्सिंग कॉम्पिटिशन लड़ने की ललक है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (IBA) के नियम ऐसा करने की अनुमति नहीं देते हैं। मैं और भी कॉम्पिटिशन लड़ना चाहती हूं लेकिन मुझे बॉक्सिंग छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। ‘