Upper Collector Bribe: मऊगंज जिले के अपर कलेक्टर महोदय 5000 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए हैं।अपर कलेक्टर साहब ने एक फैसले में संबंधित व्यक्ति के पक्ष में फैसला सुनाने के लिए 20 हजार रुपए मांगे थे। लोकायुक्त टीम रीवा ने मऊगंज जिले में छापेमारी कर अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
पक्ष में फैसला देने के लिए मांगी रिश्वत
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता रामनिवास तिवारी जो खूझ ग्राम के निवासी हैं। उनकी जमीन के बंटवारे की फाइल पर राजस्व न्यायालय द्वारा फैसला कराने के लिए अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी ने 20,000 रुपये की मांग की थी। यह मांग शिकायतकर्ता के पक्ष में फैसला करने के लिए की गई थी।
अपर कलेक्टर अपने चैंबर में ले रहे थे रिश्वत
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने आगे बताया कि अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी ने पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये ले लिए थे।जब शिकायतकर्ता ने शेष 10,000 रुपये में से कुछ कम करने की बात की, तो अपर कलेक्टर ने 5,000 रुपये की छूट दी। इसके बाद शेष 5000 रुपए बुधवार को लेते समय वे पकड़े गए। लोकायुक्त एसपी ने बताया कि मऊगंज के अपर कलेक्टर अपने चैंबर में रिश्वत ले रहे थे। इसी दौरान तभी टीम वहां पहुंची और रंगे हाथ उन्हें पकड़ लिया गया।
अपर कलेक्टर को किया गया सस्पेंड
अपर कलेक्टर के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत करने के बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। अपर कलेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में सीएम मोहन यादव ने ट्वीट कर लोकायुक्त की कार्रवाई को सराहा है और अपर कलेक्टर को सस्पेंड करने के आदेश दिया है।
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